Kanha Tiger Reserve: मंडला (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कान्हा टाइगर रिजर्व में कोर जोन पर्यटकों के लिए बंद हो जाने के बाद पर्यटकों कान्हा आना कम हो गया हैं। पर्यटक न पहुंचने से अब पार्क के कोर जोन में दखल कम होने से वन्यप्राणी अपने कोर जोन से बाहर आकर बफर जोन में भी दिखाई देने लगे हैं। बफर जोन पर्यटकों के लिए साल भर खुला रहता है। जो पर्यटक बफर जोन घूमने जा रहे हैं, उन्हें बाघ, सांभर, चीतल, नीलगाय, बायसन सहित अन्य वन्यप्राणियों के दीदार हो रहे हैं। इसी दौरान कान्हा में दुनिया की सबसे छोटी जंगली बिल्ली देखी गई है। जिसे रस्टी स्पोटेड कहा जाता है।
कान्हा टाइगर रिजर्व घूमने आए पर्यटकों को इन दिनों बफर जोन घूमने में भी आनंद आ रहा है। यहां की हरियाली और वन देखने लायक हैं। तो साथ ही बाघ के दर्शन हो रहे हैं। 4 जुलाई को पार्क के खटिया गेट से बफर जोन घूमने गए पर्यटकों को जहां बाघ के दीदार हुए। तो वहीं 5 जुलाई की शाम को ईवनिंग सफारी में विश्व की सबसे छोटी जंगली बिल्ली देखने पर्यटकों को मिली। कान्हा पार्क के गाइड रामकुमार यादव का दावा है कि यह यह बिल्ली कान्हा नेशनल पार्क में पहली बार देखी गई है। जो कि कान्हा टाइगर रिजर्व के खटिया के बफर जोन में देखी गई है। यह वाइल्ड केट विश्व में रेयरेस्ट मानी गई है। वहीं बफर जोन में देखा गया बाघ कौन था। अभी तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है।
30 जून की शाम से कान्हा हो चुका है बंद
कान्हा टाइगर रिजर्व 30 जून को बंद हो चुका है। कोर जोन में अब कोई भी वाहन सफारी के लिए नहीं जा सकेंगे। पर्यटक कोर जोन में ही वन्यप्राणियों के दीदार करने पहुुचते हैं क्योंकि सबसे अधिक वन्यप्राणी और बाघ कोर जोन में दिखाई देते हें। पार्क बंद होने के बाद 1 जुलाई को पर्यटकों का आना नहीं हुआ। लेकिन अब मौसम साफ रहने और पानी न गिरने से पर्यटक पार्क के बफर जोन में भी घूमने पहुंच रहे हैं और कई वन्यप्राणी देखने को मिल रहे हैं।