मंडला (नईदुनिया प्रतिनिधि)। राज्यसभा सांसद संपतिया उइके ने भारत सरकार के रेल्वे बोर्ड अध्यक्ष सुनीत शर्मा से मुलाकात कर मंडला जिले में रेल सेवाओं के विस्तारीकरण की मांग की। रेल्वे बोर्ड अध्यक्ष को जिले की समस्याओं से अवगत कराते हुए राज्यसभा सांसद ने मांगपत्र सौंपा। शर्मा ने मांगपत्र के प्रत्येक बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुये जल्द ही समुचित कार्यवाही करने की बात कही। राज्यसभा सदस्य उइके ने रेल्वे बोर्ड अध्यक्ष को सौंपे गये मांगपत्र में कहा कि मंडला से दिल्ली जाने के लिए कोई भी साधन उपलब्ध नहीं है। मंडला गौंड राजाओं की राजधानी भी रहा है, अतः गौंडवाना के नाम से संचालित जबलपुर दिल्ली एक्सप्रेस को मंडला से संचालित किया जाए। मंडला, सिवनी, बालाघाट, डिंडौरी आदि क्षेत्र के विद्यार्थी अध्ययन के लिए भोपाल - इंदौर आदि स्थान जाते हैं। प्रदेश के राजधानी होने के कारण जन सामान्य का भी भोपाल आना जाना रहता है, इसी प्रकार औद्योगिक राजधानी होने के कारण इस क्षेत्र के लोग इंदौर भी जाते हैं, किंतु समुचित साधन नहीं होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अतः जनमांग को ध्यान में रखते हुए इंदौर जबलपुर ओव्हरनाईट एक्सप्रेस को मंडला से संचालित की जाए। शिक्षा, चिकित्सा एवं व्यापारिक दृष्टि मंडला एवं सिवनी जिले के लोगों का प्रतिदिन बड़ी संख्या में नागपुर आना जाना रहता है। मंडला तक रेल मार्ग तैयार हो चुका है अतः मंडला से नागपुर के लिए नवीन रेल स्वीकृत करें।
मंडला से घंसौर तथा पेंड्रा से गोटेगांव तक रेलमार्ग बनाने की मांगः राज्यसभा सदस्य ने अपने मांग पत्र में घंसौर से मंडला तक वाया पिंडरई लगभग 30 किमी के रेल मार्ग का निर्माण स्वीकृत करने की मांग की। इस रेलमार्ग से राष्ट्रीय उद्यान कान्हा आने वाले यात्री वाया मंडला सीधे चिरईडोंगरी कान्हा तक पहुंच सकेंगे। साथ ही मंडला से जबलपुर जाने वाले यात्रियों को नैनपुर तक नहीं जाना पड़ेगा वे सीधे घंसौर होते हुए जबलपुर पहुंच सकते हैं। इसी प्रकार रेलमार्ग छत्तीसगढ़ के पेंड्रा से डिंडौरी- मोहगांव- मंडला- पिंडरई- घंसौर- लखनादौन - गोटेगांव तक नवीन रेल मार्ग स्वीकृत दी जाए। इस मार्ग में रेल संचालित होने से पुण्य सलिला मां नर्मदा का उद्गम स्थल अमरकंटक एवं झोतेष्वर तीर्थ तक लोगों को आने जाने में सुविधा होगी साथ ही समूचे संसदीय क्षेत्र में संपर्क सहज होगा।
मंडला को जबलपुर जोन से जोड़ने की मांगः राज्यसभा सदस्य संपतिया उइके ने रेल्वे बोर्ड अध्यक्ष को अवगत कराया कि मंडला नैनपुर की रेल सेवाओं का संचालन बिलासपुर जोन से किया जाता है। जो मंडला से लगभग 240 किमी दूर है। उइके ने कहा कि मंडला जबलपुर संभाग से संबंद्ध है। जिले की सभी व्यवस्थाएं जबलपुर पर निर्भर हैं। अत मंडला नैनपुर की रेल सेवाओं को जबलपुर जोन में स्थानांतरित करते हुए जिले को पश्चिम मध्य रेल्वे में सम्मिलित किया जाए।