सेमरखापा/मंडला (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बिनैका बायपास तिराहा नेशनल हाइवे 30 में 1 सितंबर को हुई सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मौत होने के बाद शुक्रवार को धरना प्रदर्शन किया। प्रशासनिक अधिकारियों के न पहुंचने पर सड़क किनारे धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण बीच सड़क पर आकर बैठ गए और नारेबाजी की। अपनी मांगों को लेकर प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग आक्रोश के साथ रखी। करीब डेढ़ घंटे के लगभग वाहनों की आवाजाही सड़क में धरना प्रदर्शन शुरू हो जाने के चलते नहीं हो सकी और जाम लगा रहा। बाद में प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम, तहसीलदार, एसडीओपी व अन्य अधिकारी पहुंचे। धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों से चर्चा की। ग्रामीणों की 5 सूत्रीय मांगों पर अधिकारियों ने सकारात्मक रूख दिखाया। जिसके बाद इस संबंध में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया। बता दें कि 1 सितंबर को बिनैका बायपास तिराहा में ट्राला ने सवारी आटो को जोरदार टक्कर मार दी थी। जिससे आटो सवार एक बालक और 3 महिलाएं की मौत हो गई थी। तो वहीं एक आटो चालक व 5 महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई थी। जिनमें से चार महिलाओं को गंभीर अवस्था में इलाज के लिए जबलपुर रैफर कर दिया गया था।
सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
बिनैका बायपास मार्ग में वाहन काफी तेज गति से भागते हैं। इससे हर दम दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। ग्रामीणों की मांग थी कि सड़क की गुणवत्ता की जांच कराई जाए। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने बेरिकेड का भी लगाए जाएं। 5 सूत्रीय मांगों को लेकर मौके पर मौजूद अधिकारियों ने धरना स्थल से कलेक्टर को अवगत कराया। ग्रामीणाों की मांगों को लेकर चर्चा की। कुछ मांगों पर तत्काल ही कार्रवाई शुरू करने का आश्वासन अधिकारियों ने दिया। लोकनिर्माण यंत्री ने एप्रोच सड़कों पर स्पीड ब्रेकर की अगले दिन से ही शुरू करने की बात कही। ग्रामीणों को भरोसा दिलाया गया कि उनकी बातों को शासन तक पहुंचाई जाएगी। जिसके बाद ग्रामीणों ने अपना धरना समाप्त सीएम के नाम ज्ञापन देकर समाप्त किया।
ये रही मुख्य मांगें
- ग्रामीणों की मांग थी कि घटना स्थल क्षेत्र में ओवरब्रिज बनाया जाए। जिससे घटनाओं को रोका जा सके।
-मृतकों के परिवारों को 5 लाख और घायलों को 1 लाख रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए।
- मंडला से चाबी व मंडला नैनपुर मार्ग में मुख्य मार्ग को जोड़ने वाले एप्रोच मार्ग में स्पीड ब्रेकर बनाया जाए।
- शहर में आटो की धमाचौकड़ी रोकी जाए। बस स्टेंड से निकल रही बसें चौराहे चौराह परे न खड़ी होकर स्टापेज पर खड़ी हों।
- 5 साल पहले बिनैका से बिनैका तिराहा बनी सड़क की मियाद दो माह बची है। सड़क किनारे पटरी नहीं बनी, सड़क लेवल नहीं है। इसे ठीक कराया जाए।