नईदुनिया, मंडला (Mandla News)। मंडला में बालिका शिक्षा को लेकर ग्रामीण व वनांचल में संचालित कस्तूरबा गांधी और नेता जी सुभाष चंद्र बोस बालिका छात्रावास में छात्राओं को अभाव के बीच रहना और पढ़ना पड़ रहा है। हालात यह हो गए कि जिला शिक्षा केन्द्र के डीपीसी, एपीसी छात्रावास के प्रभारी हैं। आधी रात तक छात्रावास में डटे रहे और छात्राओ को बुलाकर समझाईश देते रहे।
जिला शिक्षा केन्द्र के छात्रावास प्रभारी और वार्डनों की मिलीभगत से छात्राओं को मिलने वाली सुविधाओं में कटौती की जा रही है। यही वजह है कि वार्डन की तरह तरह की प्रताड़न से तंग आकर करीब दो दर्जन से अधिक छात्राएं छात्रावास छोडक़र सड़क में आकर बैठ गईं और वार्डन को हटाने की मांग करने लगीं। इसकी जानकारी लगते ही वार्डन और जिले के छात्रावास प्रभारी में अफरा तफरी मच गई।
छात्राओं ने बताया कि कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास सुखराम में कक्षा छह से 10वीं तक की करीब दो सौ छात्राएं हैं, यहां छात्रावास वार्डन बताशा मर्सकोले प्रतिनियुक्ति पर हैं। इनके पहले भी उमरडीह की वार्डन रह चुकी हैं, जहां अनियमितता और गड़बड़ी मिलने पर हटाया जा चुका है लेकिन इस बार दोबारा प्रतिनियुक्ति पर सुखराम में वार्डन पदस्थ है।
आरोप है कि वार्डन परेशान कर रही हैं। शासन से मिलने वाली सुविधाएं और संसाधन मुहैया नहीं कराती हैं। छात्राओं के द्वारा वार्डन से छोटी छोटी आवश्यक साम्रगी मांगे जाने पर नहीं दी जाती है, अपशब्दों का उपयोग करती हैं और वार्डन से परेशान होकर रविवार शाम को करीब दो दर्जन छात्रावास छोडक़र चली गईं और सड़क में धरना दे दिया। रात को डीपीसी अरविंद विश्वकर्मा और प्रभारी छात्रावास एपीसी शेषमणि गौतम सुखराम पहुंचे। यहां पालको से चर्चा की और सुविधाएं देने का भरोसा दिलाया गया।
आरोप हैं कि छात्रावास में कक्षा छटवीं से लेकर नौंवी और 10वीं तक करीब दौ सौं छात्राएं हैं। किशोरी छात्राओं की संख्या अधिक हैं। इसके बाद भी छात्रावास में स्वास्थ्य शिविर तक नहीं लगा है। यहां तक सेनेटरी पैड तक नहीं दिए जाते हैं। जिससे छात्राओ को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। तेल साबुन से लेकर अन्य सामग्री के लिए छात्राओं को अपने हिसाब से मैनेज करना पड़ता है।
छात्रावास की करीब 20-22 छात्राएं वार्डन के डांटने से चली गई थीं। उस दौरान छात्रावास की चौकीदार एक बीमार बालिका को इलाज के बाद घर छोड़ने गई थीं। जानकारी लगने पर नारायणगंज का स्टाप और मैं स्वयं छात्रावास पहुंचा। पालकों व सरपंच से चर्चा की। छात्राओं से समस्याएं पूछी गईं। निर्देश दिए गए है कि छात्रावास में किसी भी प्रकार अनियमिता व अव्यवस्था ना रहे। सुरक्षा को लेकर कैमरे और चौकीदारी में कोताही नहीं बरते।
अरविंद विश्वकर्मा, डीपीसी मंडला
जानकारी मिली थी कि सुखराम बालिका छात्रावास से छात्राएं छात्रावास से चली गई हैं। काफी रात हो जाने से छात्रावास में गए नहीं हैंं, लेकिन छात्रावास देर रात काफी भीड़ रही है। पालक भी पहुंचे और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी रहे। छात्राओं की समस्या व वार्डन के द्वारा परेशान करने के आरोप की जांच होनी है। इसके बाद स्पष्ट हो पाएगा।
अविनाश शर्मा, शिक्षा समिति सभापति नारायणगंज