मंदसौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। विद्यालय एवं महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दिए जाने, जिले में चल रहे कोचिंग सेंटरों की जांच करने सहित पांच मांगों को लेकर गुरुवार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन किया। साथ ही मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया गया। इस दौरान नारेबाजी भी की गई। कलेक्टर ज्ञापन लेने नहीं आए तो कार्यालय के गेट के बाहर बैठ गए। छात्र नेताओं से ज्ञापन लेने के लिए डिप्टी कलेक्टर संदीप शिव पहुंचे तो छात्र नेताओं ने उन्हें ज्ञापन देने से मना कर दिया। कुछ देर बार एडीएम एनएस राजावत पहुंचे। छात्र नेताओं ने हम कलेक्टर को ही ज्ञापन सौंपेंगे।
कार्यालय के बाहर बैठे छात्र नेता नारेबाजी करते रहे। करीब 15 मिनट बाद छात्र नेता यहां से उठकर नारेबाजी करते हुए दूसरी मंजिल पर स्थित कलेक्टर कक्ष के बाहर पहुंचे। यहां पर कलेक्टर मनोज पुष्प ने पहुंचकर छात्रो से चर्चा की। ज्ञापन में लिखी गई पांचों मांगों को सुनकर आश्वासन दिए। पुलिस की तैयारी के लिए विद्यार्थियों को प्रशासन द्वारा कोचिंग दिलवाने की बात कही। इसके साथ ही अन्य मांगों पर भी आश्वासन दिए। अभाविप विभाग संयोजक पवन शर्मा, जिला सहसंयोजक कृष्णकांत सेन, नगर मंत्री आशुतोष रामावत, पीजी कॉलेज परिसर अध्यक्ष राधे गोस्वामी, नगर सह मंत्री लवेश ब्रिजवानी, विभाग संयोजक लोकेश गुर्जर, गुरदीपसिंह आंजना, कृष्णा यादव, आजादसिंह सोलंकी, रविंद्रसिंह, दीपिका शर्मा, आयुष सेन, नमन बाबानी आदि छात्र नेता उपस्थित थे।
यह हैं मांगें
-विद्यालय एवं महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति का भुगतान करवाए जाए।
-जिले में अवैधानिक रूप से अनेक कोचिंग संस्थान संचालित हैं। शासन के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। मनमानी फीस वसूली की जा रही है। इस संबंध में जांच एवं कार्रवाई की जाए।
-कई निजी विद्यालय में शासन के आरटीई के नियमों पालन नहीं किया जा रहा है। कई विद्यालय किराए की बिल्डिंग में सुविधा उपलब्ध नहीं दी जा रही है
-निजी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को वाहन में निर्धारित संख्या से अधिक बिठाए जा रहे हैं।
-निजी विद्यालयों में शिक्षक प्राध्यापकों की उपयुक्त योग्यता नहीं होती है, उसके बाद भी उनको विद्यालयों में उनसे अध्ययन करवाया जा रहा है। इस पर अंकुश लगाया जाए।