मंदसौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मंदसौर जिला जेल में कुछ कैदियों द्वारा मिशन मतांतरण चलाने की सूचनाएं बाहर आने के बाद प्रशासन व पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। संवेदनशील मसला होने से बुधवार सुबह ही एसडीएम बिहारीसिंह के नेतृत्व में एएसपी अमित वर्मा, सीएसपी परमालसिंह, मंदसौर ग्रामीण एसडीओपी व टीआइ सहित पुलिस बल जिला जेल पहुंचा। यहां लगभग डेढ़ घंटे तक अंदर स्थित सभी बैरकों में सूक्ष्मता से जांच की। कुछ कैदियों से पूछताछ भी की गई, पर कहीं से भी मिशन मतांतरण जैसी बातों की पुष्टि नहीं हुई। कैदी के पास से मिली किताबें भी देखी गईं, पर वह पूरी तरह धार्मिक थीं, उनमें भी दूसरे धर्मों को लेकर कुछ नहीं लिखा गया था। जानकारी के अनुसार जिम में आने वाली महिला के साथ अवैध संबंध बनाकर उसके पति को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोप में जिला जेल में बंद जिम ट्रेनर अल्ताफ हुसैन पर मिशन धर्मांतरण के आरोप लगाते हुए कुछ खबरें इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही थीं।
इनमें दावा किया था कि रमजान के दौरान कुछ धार्मिक किताबें जेल में आई थीं, जिनमें हिंदू देवी-देवताओं को लेकर आपत्तिजनक बातें लिखी हुई थीं। आरोप यह था कि अल्ताफ ने जेल में ही एक कैदी गोपाल का ब्रेनवाश भी कर लिया था। मंगलवार रात ये सूचनाएं वायरल होने के बाद बुधवार सुबह ही कलेक्टर मनोज पुष्प ने पहले तो जेलर पीके सिंह से सारी जानकारी ली। इसके बाद एसडीएम बिहारीसिंह के नेतृत्व में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम जेल के आकस्मिक निरीक्षण के लिए भेजी। इसमें एएसपी अमित वर्मा, सीएसपी परमालसिंह, मंदसौर ग्रामीण एसडीओपी, कोतवाली टीआइ अमित सोनी, सहित अन्य पुलिस अधिकारी व पुलिसकर्मी शामिल थे।
टीम ने जेल में पहुंचते ही सभी बैरकों में जाकर तलाशी लेना शुरू कर दिया था। खासकर अल्ताफ वाली बैरक और गोपाल वाली बैरक में तलाशी ली गई। सभी अधिकारियों का कहना है कि जेल का कोना-कोना तलाशा गया है, लेकिन ऐसा कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है।
बुधवार सुबह जिला जेल की सभी बैरकों में पुलिस अधिकारियों के साथ आकस्मिक जांच अभियान चलाया गया। इसमें कहीं भी कुछ आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली है। जिन किताबों के बारे में कहा जा रहा है वे भी धार्मिक किताबे हैं। जेल की बैरकों से सिगरेट, बीड़ी, तंबाकू, मोबाइल या अन्य सामग्री भी नहीं मिली। धर्मांतरण के आरोपों को लेकर भी कोई कैदी कुछ नहीं बोला। -बिहारी सिंह, एसडीएम
मिशन धर्मांतरण जैसा कुछ नहीं है। हमने वह सभी किताबें भी देखी हैं, उनमें भी कुछ भी अनर्गल नहीं लिखा हुआ है। सभी धर्म से संबंधित किताबें हैं। बुधवार को एसडीएम, एएसपी सहित पुलिस अधिकारियों ने भी जेल में विशेष जांच अभियान चलाया था। उसमें भी सभी अधिकारी संतुष्ट होकर गए हैं। पीके सिंह, जेल अधीक्षक जिला जेल