मंदसौर। लाड़ली सलोनी ने बुधवार को 'अपना घर' से 'अपने घर' के लिए पहला कदम बढ़ा दिया। अभिनंदन नगर निवासी विजय से शाम को विवाह हुआ। अभी बीएससी नर्सिंग के दूसरे वर्ष में पढ़ रही सलोनी पढ़ाई पूरी करने के बाद ससुराल जाएगी। छह साल पहले तत्कालीन एसपी जीके पाठक द्वारा चलाए गए मानव तस्करी विरोधी अभियान के तहत सलोनी को ग्राम जैतपुरा से छुड़ाया गया था। तब से वह 'अपना घर" में ही रह रही थी। 40 सहयोगी संस्थाओं सहित कई गणमान्य व आमजन भी विवाह समारोह के साक्षी बने।
बुधवार शाम अभिनंदन नगर क्षेत्र से अंबा पैलेस मैरिज गार्डन में बारात लेकर अध्यापक विजय पहुंचा। मार्ग में अस्र्ण शर्मा व भारत विकास परिषद के मनोज मेहता और शहरवासियों ने बारात का स्वागत कियाा। इसके बाद गायत्री परिवार ने विधि-विधान से विवाह कराया और सलोनी व विजय ने सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ निभाने का वचन दिया। इसके पूर्व सीतामऊ फाटक स्थित निराश्रित बालगृह 'अपना घर' में सुबह से मंगल गीत गूंजते रहे। दिनभर मेहमानों का आना-जाना जारी रहा। सलोनी भी खुश थी। अपना घर में रह रही अन्य बालिकाओं ने नृत्य कर खुशी जताई।
इन्होंने दिया सहयोग
समारोह में स्लेट पेंसिल व्यवसायी पंकज तिवारी ने 21 हजार रुपए की भेंट दी। वहीं नीमच की किन्न्र लता दीदी ने सलोनी को 5 हजार रुपए सहित 18 उपहार दिए। इसके अलावा अंबा पैलेस मेरिज गार्डन के संचालक श्रवण गर्ग ने एक दिन के लिए निशुल्क उपलब्ध कराया।
जैतपुरा से छुड़ाया था
2011 में तत्कालीन एसपी डॉ. पाठक द्वारा चलाए गए मानव तस्करी विरोधी अभियान के तहत ग्राम जैतपुरा से छुड़ाया था। इसके बाद से सलोनी निराश्रित 'अपना घर' में रह रही थी। 'अपना घर' के संस्थापक राव विजयसिंह ने बताया कि सलोनी शादी के बाद भी अपना घर में रहकर ही पढ़ाई पूरी करेगी। अवकाश के दिन ससुराल जाएगी। पढ़ाई पूरी होने के बाद वैवाहिक जीवन यापन करेगी।
चार युवतियों का हो चुका है विवाह
- 11 दिसंबर 2008 को निशा का विवाह नृसिंहगढ़ में हुआ।
- 1 जून 2009 को पूजा का विवाह मंदसौर में हुआ।
- 11 जून 2010 को दीपिका का विवाह पिपलौदा हुआ।
- 14 फरवरी 2011 को चांदनी का विवाह चित्तौड़गढ़ में हुआ।