मंदसौर। ग्राम पंचायत मुंदड़ी के कुछ ग्रामीण शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। उन्होंने हाल ही में हुए ग्राम पंचायत चुनाव में मतगणना पर नाराजगी जताते हुए कई सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि तीन मत पत्र गायब किए गए हैं। इसके कारण परिणाम बदल गया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मतदान को शून्य घोषित कर पलेवरा मतदान केंद्र क्रमांक 57 पर फिर से मतदान करवाया जाए।
ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय में सौंपे लिखित ज्ञापन में कहा है कि ग्राम पंचायत मुंदड़ी में तीन गांव सम्मिलित हैं। जिसमें पलेवना, हनुमंतिया, मुंदड़ी तीनों मतदान केन्द्रों पर मतदान आठ जुलाई को मतदान हुआ। पलेवना मतदान केन्द्र क्र. 57 पर मतदान 540 मतों का हुआ। जबकि मतगणना में मत पत्र 537 ही निकलना बताया गया। जबकि जनपद व जिला पंचायत में 540 मत निकले हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि मतदान के दौरान संजय रावत जावरा का निवासी था और सभी पोलिंग एजेंट स्थानीय निवासी थे। सभी पोलिंग एजेंट के मोबाइल बाहर रखवा दिए थे, जबकि संजय रावत का मोबाइल उसके पास था और पंचायत सहायक सचिव प्रदीप मालवीय भी वहां मोबाइल उपस्थित था। जो राजेश मालवीय का रिश्तेदार है। जबकि मतगणना में 540 मत निकले थे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पंचायत सचिव व संजय रावत और पीठासीन अधिकारी ने मिलकर यह तीनों मत पत्र गायब कर दिया। यह तीन मत पत्र हमारे पक्ष में थे। उन्होंने मतगणना में पहले हमें 540 बताये व बाद में 537 ही बताये। इनकी इस षडयंत्र की काल रिकार्डिंग है। मतगणना के दौरान हो हल्ला होने पर संजय रावत भागने लगा तो भीड़ में उनका मोबाइल गिर गया। जो गांव वालों ने लेकर हमें बताया तो उसमें इस षड्यंत्र की रिकार्डिंग हमारे पास है। ज्ञापन में कहा गया है कि संजय रावत को उस समय पुलिस कर ले गई लेकिन उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की। हमने मौके पर पीठासीन अधिकारी को रिकाउंटिंग का आवेदन दिया पर काउंटिंग करने से इनकार कर दिया। और कहा कि रात के 10 बज गये है जो भी आवेदन देना है सुबह देना। पीठासीन अधिकारी पर भी निष्पक्ष न होने का आरोप लगाया गया है। काउटिंग के दौरान उन्होंने 4-5 बार मोबाइल से बात की।
मतगणना एजेन्ट को कोई मतगणना की पर्ची नहीं दी गई और नहीं किसी के सामने लिफाफा पेक किया गया है। 9 जुलाई को हमने पर्यवेक्षक व जिला निर्वाचन अधिकारी और प्रभारी पंचायत निर्वाचन मल्हारगढ़ को व रिटर्निंग आफिसर पंचायत निर्वाचन को आवेदन दिया। किन्तु अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और 14 जुलाई को पंचायत सारणीकरण कर राजेश मालवीय को विजय घोषित कर दिया गया। जबकि हमारे 409 मत हमारे प्राप्त हुए थे व उसके 411 मत प्राप्त हुए थे अगर व तीन मत गाायब नहीं करते तो हमको 412 मत प्राप्त होते जिन तीन मतों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह भी आरोप लगाया गया कि मतदान केन्द्र पलेवना क्र.57 पर भारी गड़बड़ी हुई है। ज्ञापन में कहा गया है कि राजेश मालवीय पूर्व सरपंच, प्रदीप मालवीय सहायक सचिव मुंदड़ी, संजय रावत व पीठासीन अधिकारी के खिलाफ धोखाधड़ी की कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही मांग की गई है कि यह मतदान शून्य घोषित किया जाए। पलेवना क्र.57 में मतदान फिर से करवाया जाए। ज्ञापन देते समय भगवतसिंह, लक्ष्मणसिंह, रामसिंह, प्रतापसिंह आदि ग्रामीणजन उपस्थित थे।