किशोर ग्वाला, नईदुनिया मंदसौर : मंदसौर मंडी के लहसुन की देशभर में मांग है। यहां के लहसुन को दी गई टैग लाइन ‘जायका मालवा का’ सभी की जबान पर चढ़कर बोल रहा हैं। अभी दक्षिण भारत के राज्यों सहित देश के सभी हिस्सों में लहसुन की मांग है ही, वहीं अरब देशों में भी यह छा रही है। सभी दूर मांग अधिक होने से दाम में भी तेजी बनी हुई है।
मंदसौर के लहसुन की खासियत इसका स्वाद हैं और लहसुन का फूल का ज्यादा दिनों तक खराब नहीं होना भी है। अभी किसानों को अच्छी क्वालिटी की लहसुन के दाम 25 हजार रुपये के आस-पास मिल रहे हैं। 6 जुलाई को मंदसौर मंडी में लहसुन के अधिकतम भाव किसानों को 25 हजार रुपये प्रति क्विंटल मिले थे।
अब डेढ़ माह फिर से मंदसौर मंडी में लहसुन के दाम इसे छू रहे हैं। प्रतिदिन 10 हजार कट्टे लहसुन से अधिक ही आवक हो रही है। लहसुन के दाम अच्छे मिलने से किसान भी खुश हैं।
मंडी सचिव पर्वत सिंह सिसौदिया ने बताया कि मंदसौर की लहसुन की आगे अच्छी मांग बनी हुई है, इसके चलते किसानों को अच्छे दाम मिल रहे हैं। यहां मप्र के साथ ही राजस्थान के किसान भी लहसुन बेचने आते हैं।
दिनांक
| लहसुन के दाम
|
2 जुलाई
| 6000-23000 |
10 जुलाई | 7501-22001 |
16 जुलाई | 4501-20500 |
31 जुलाई | 7000-20500 |
2 अगस्त | 5000-200003 |
6 अगस्त | 7000-23000 |
12 अगस्त | 7300-23500 |
17 अगस्त | 7800 -23400 |
मंदसौर जिले में 30 हजार से अधिक किसान लहसुन की खेती करते हैं।
मंदसौर के अलावा नीमच, रतलाम, आगर मालवा, गुना, उज्जैन, इंदौर, देवास, शाजापुर जिलों में लहसुन होता है।
1.91 लाख मीट्रिक टन से अधिक लहसुन का उत्पादन होता है।
देश के कुल उत्पादन का लगभग 10 फीसदी लहसुन मंदसौर व आसपास के जिलों में ही होता है।
जितना उत्पादन होता है उसका लगभग 90 प्रlfशl हिस्सा स्थानीय बाजार में जाता है।
दुबई सहित कई अरब देश लहसुन के बड़े खरीदार हैं।
दक्षिण भारतीय राज्यों में भी इसकी भरपूर खपत होती है।
प्रशासन द्वारा मंदसौर की लहसुन का एक ब्रांड व लोगो तैयार किया गया है।
अभी वर्तमान में जिले के एक हजार किसानों का कृषक उत्पादन संगठन तैयार किया है।
आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश योजना के तहत लहसुन को मालवा का सिल्वर ब्रांड बनाने के विशेष प्रयास शुरू हो गए है
एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत विशेष लोगों तैयार कर टैग लाइन भी दे दी गई है 'जायका मालवा का'।