असमान बरसात : अब तक गरोठ में सबसे अधिक 990 और संजीत में सबसे कम 460 मिमी बरसे बादल
*714. 8 मिमी ज्यादा औसत वर्षा हुई है पिछले साल के मुकाबले
*32.76% अधिक बारिश हो चुकी है पिछले वर्ष 3 सितंबर तक के मुकाबले इस वर्ष अब तक
*16.86% बारिश शामगढ़ में अब तक कम हुई है
*शामगढ़ को छोड़कर अन्य सभी क्षेत्रों में पिछले साल 3 सितंबर की तुलना में अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है अब तक
मंदसौर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। जिले में क्षेत्रववार बारिश के आंकड़ों में काफी असमानता है। जून में प्री मानसून की शुरुआत अच्छी रही थी और लगभग 100 मिमी बारिश दर्ज भी हो गई थी। इसके बाद मानसून जो गायब हुआ तो लगभग सवा माह बाद 20 जुलाई के आस-पास लौटा। जुलाई के आखिरी सप्ताह में ठीक-ठाक बारिश होने के बाद अगस्त में जिले का कोटा पूरा हुआ है। हालांकि अभी भी जिले में असमान बरसात हुई है। गरोठ में जहां 990 मिमी बरसात दर्ज की गई है तो संजीत में अभी महज 460 मिमी बरसात ही हुई। जिले में आज की स्थिति में औसत बरसात 714. 8 मिमी दर्ज है। यह पिछले साल से 176.4 मिमी ज्यादा है। प्रतिशत में देखें तो आंकड़ा 32.76% बारिश अब तक अधिक हो चुकी है।
जिले में इस बार मानसून का आगाज तो अच्छा हुआ था, पर उसके बाद लगभग एक माह से भी अधिक समय तक बरसात नहीं हुई थी। बाद में 21 जुलाई से लेकर 30 जुलाई के बीच कुछ अच्छी बरसात होने से फसलों में भी जान आई और नदी-नालों में भी पानी बहने लगा था। इसके अलावा अगस्त में भी मानसून मेहरबान रहा और लोगों को खुश होने का मौका देता रहा। पर मानसून के महीनों में बरसात के घटते दिन भी चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। अभी 15 जून से मानसून की शुरुआत मानें तो 77 दिन पूरे हो चुके हैं पर इस दौरान बमुश्किल 15 दिन ही बरसात हुई है। जुलाई के दो दिनों में गरोठ में 275 मिमी बरसात दर्ज की गई थी। इससे फसलों को भी नुकसान हुआ और पानी जमीन में उतरने के बजाय तेजी से बहकर निकल गया। रिमझिम व धीमी गति से बरसात के बजाय अब तेज गति से पानी आ रहा है। इसके चलते असमान बरसात भी हो रही है। किसी क्षेत्र में ज्यादा बरसात हो रही है तो किसी जगह बिलकुल ही कम। विज्ञानी इसका कारण पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ को बता रहे हैं।
अभी तक 2019 के जुलाई में हुई सबसे ज्यादा बारिश
बरसात के मौसम में जो बात देखने में आ रही है, वह यह कि जून-जुलाई में बरसात का आंकड़ा घटता चला जा रहा है। जुलाई में बारिश का आंकड़ा औसत 300-400 मिमी पर रुकने लगा है। भू-अभिलेख विभाग द्वारा वर्षाकाल का वार्षिक कैलेंडर प्रारंभ किया जाता है। इसे मानें तो सात सालों में जुलाई में सबसे ज्याादा 537 मिमी बारिश 2019 में ही हुई थी, जबकि इस बार 31 जुलाई तक 422 मिमी औसत बारिश ही दर्ज हुई थी। इस वर्ष जिले के 10 केंद्रों में सबसे ज्यादा बारिश गरोठ में 658 मिमी 31 जुलाई तक दर्ज हुई थी। गरोठ में अभी तक 990 मिमी वर्षा दर्ज हो चुकी है।
मंदसौर जिले में अभी तक हुई बारिश (मिमी में)
स्थान -3 सितंबर 2021 -3 सितंबर 2020 तुलनात्मक वृद्धि %
मंदसौर 734.0 503.0 45.92%
सीतामऊ 756.9 496.0 52.60%
सुवासरा 787.3 628.6 25.24%
गरोठ 990.0 510.8 93.81%
भानपुरा 862.2 416.4 107.63%
मल्हाररगढ़ 691.0 570.4 21.14%
धुंधड़का 673.0 630.0 6.82%
शामगढ़ 617.2 742.4 -16.86%
संजीत 460.0 375.0 22.66%
कयामपुर 576.5 511.6 12.68%
औसत 714.8 538.4 32.76%
(स्रोत : भू अभिलेख विभाग, मंदसौर)
सात सालों में जुलाई में मंदसौर में बारिश की स्थिति
वर्ष बारिश तुलनात्मक वृद्धि/कमी
2015 530 मिमी आंकड़ा उपलब्ध नहीं
2016 388 मिमी -26.72%
2017 374 मिमी -3.60%
2018 367 मिमी -1.87%
2019 537 मिमी 46.32%
2020 254 मिमी -52.70%
2021 422.8 मिमी 66.45%