
नईदुनिया प्रतिनिधि, मंदसौर। मंदसौर शहर के संजीत नाका क्षेत्र के एक निर्माणाधीन मकान में बुधवार सुबह तेंदुआ घुस गया। लोगों ने समझदारी दिखाते हुए उसे कमरे में बंद कर वन विभाग के अधिकारियों को सूचित किया। अब गांधीसागर अभयारण्य से वन विभाग की अनुभवी टीम मंदसौर आ रही है।
लगातार काम होते जंगल क्षेत्र का असर अब यह हो रहा है कि तेंदुएं सहित वन्य प्राणी शहर के रहवासी क्षेत्र में आ रहे हैं। बुधवार सुबह भी एक तेंदुआ संजीत नाका जैसे घने रहवासी क्षेत्र में आ गया।
15 फरवरी को भी शहर के घनी बस्ती वाले क्षेत्र किटियानी व नाहर सय्यद क्षेत्र में तेंदुआ आया था। दो कुत्तों का शिकार भी किया। पूर्व मंत्री कैलाश चावला के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में तेंदुआ दिखा था। रहवासी क्षेत्र में तेंदुआ दिखने से लोगों में भी दशहत दिख रही है।
तेंदुआ मंदसौर में कहां से पहुंचा इसके लिए वन विभाग की टीम जांच कर रही है क्योंकि यहां से गांधीसागर अभयारण्य काफी दूर है। अभयारण्य व मंदसौर के बीच गांधीसागर जलाशय का जल भराव क्षेत्र है। इतनी विशाल झील को पार कर आना तेंदुए के लिए संभव नहीं है। वन विभाग इस जांच में जुट गया है कि तेंदुआ किधर से आया होगा।

मंदसौर के रेवास देवड़ा क्षेत्र से लगा हुआ प्रतापगढ़ (राज.) का सीता माता अभयारण्य है इसमे तेंदुओं की बहुलता है। इस अभयारण्य में सियार, लकड़बग्गा, नील गाय सहित अन्य वन्य प्राणी भी है जो रेवास देवड़ा के जंगल में तो घूमते रहते हैं।
वन क्षेत्र में पानी की कमी होने पर अक्सर तेलिया तालाब तक भी पानी पीने आते रहते हैं, लेकिन तेंदुआ पहली बार रहवासी क्षेत्र की तरफ आया है। अभी तक जो लग रहा कि तेंदुआ तेलिया तालाब के आस पास खेतों से होकर महाविद्यालय के पीछे से संजीत रोड नाका क्षेत्र में पहुंच गया होगा।
वनमंडलाधिकारी संजय रायखेरे ने बताया कि शहर के रहवासी क्षेत्र तेंदुआ दिखाई दिया है। रेवास-देवड़ा सीमा वन क्षेत्र से शहरी क्षेत्र केवल 6 किमी की दूरी पर स्थित है। इसी वनक्षेत्र में तेंदुआ प्राकृतिक रुप से विचरण करता है। तेंदुआ रहवासी क्षेत्र में भोजन ( कुत्तों) की तलाश में आ सकता है। क्षेत्रवासियों से अपील है कि तेंदुआ दिखाई देने पर भयभीत ना हो तत्काल वन विभाग के रेस्क्यू दल को संपर्क नंबर 9424794935, 8959323870, 9617482767, 07422255519 पर सूचित करें ।