पिपलियामंडी (नईदुनिया न्यूज)। अफीम की खेती में इसी साल से शुरू की गई सीपीएस पद्धति में खेतों पर डोडो की रक्षा कर रहे अफीम किसानों को अब रात की चौकीदारी से राहत मिल जाएगी। नारकोटिक्स विभाग ने गुरुवार से अफीम खेतों से डोडे तुड़वाने का कार्य प्रारंभ करा दिया है। पिपलियामंडी क्षेत्र में गुरुवार दोपहर में पहुंचे नारकोटिक्स विभाग के निरीक्षक संदीपसिंह फौजदार ने पिपलियामंडी में बायपास स्थित अफीम के खेत का निरीक्षण किया। किसानों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए डोडे तोड़ने की प्रकिया शुरू कराई।
ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि किसानों के साथ ही कांग्रेस भी लगातार अधिकारियों से मांग कर रही थी। दो दिन पहले ही मंदसौर नारकोटिक्स विभाग अधिकारी को भी ब्लाक कांग्रेस के तत्वावधान में ज्ञापन देकर किसानों की समस्या बताते हुए डोडे तुड़वाने की मांग की थी। नईदुनिया में भी 30 मार्च के अंक में सीपीएस पट्टेधारी किसान अफीम को बचाने के लिए हो परेशान शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित की थी। नारकोटिक्स निरीक्षक संदीपसिंह फौजदार ने राजेंद्र उणियारा निवासी टीलाखेड़ा के खेत मे अफीम डोडो का निरीक्षण किया है। किसान राजेंद्र उणियारा को कहा कि डोडे से डंडी सहित आठ इंच तक लंबाई में तोड़कर कट्टों में भरकर मुखिया के समक्ष तोल कराया जाएगा। निरीक्षक संदीपसिंह फौजदार के अनुसार मुखिया के समक्ष तुलाई के बाद मुखिया विभाग को वजन की जानकारी देंगे। इसके बाद नारकोटिक्स विभाग के अगले निर्देश पर ही किसान डोडे से दाने निकाल सकेगा। किसान राजेंद्र उनियारा ने बताया कि खेत की निगरानी के लिए रात-दिन एक व्यक्ति को तैनात रहना पड़ रहा था। डोडे तोड़कर तुलाई के बाद के बाद विभाग को वजन बताना है। मुखियाजी वजन बता देंगे। कट्टे घर पर रहेंगे तो खेत पर सोने से छुटकारा मिलेगा।