Pashupatinath Mandir Mandsaur: मंदसौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। गृह मंत्रालय द्वारा इंटेलिजेंस ब्यूरो (Intelligence Bureau) की रिपोर्ट पर पशुपतिनाथ मंदिर (Pashupatinath Temple) को हाई सिक्युरिटी जोन घोषित कर रखा है। इसके बावजूद मंदिर की सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार कितने गंभीर यह एक बार फिर सामने आया है। मंदिर गर्भगृह तक बैग ले जाना प्रतिबंधित है, बावजूद दर्शनार्थी आसानी से गर्भगृह के भीतर तक बैग ले जा रहे है।
मंदिर पर प्राइवेट सिक्युरिटी भी तैनात रहने के बाद भी मंदिर की सुरक्षा से चूक की जा रही है। यहां तैनात सिक्युरिटी गार्ड (Security Guard) मंदिर की सुरक्षा के प्रति सतर्क कम और मोबाइल में ही अधिक व्यस्त नजर आ रहे हैं। यहीं कारण है की उनके सामने से दर्शनार्थी बैग लेकर मंदिर परिसर से लेकर गर्भगृह तक पहुंच रहे हैं।
मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था के लिए समिति ने कुछ वर्षों पहले 25 लाख रुपए की सुरक्षा सामग्री मंगवाई थी, इसमें मेटल डिटेक्टर, स्टापर, सीसीटीवी कैमरे, दूरबीन, वाच टावर थे, लेकिन वर्तमान में मंदिर पर 51 सीसीटीवी कैमरों के अलावा सुरक्षा के अन्य उपकरण नजर नहीं आ रहे हैं।
मंदिर में बैग स्केनर मशीन भी पड़ी है, यह मशीन 2019 में बाढ़ का पानी घुस जाने से खराब हो गई थी। इसके बाद अब तक मशीन को सुधारा नहीं गया है। इसके कारण बैगों की चेकिंग नहीं हो पाती है। दर्शनार्थी मंदिर परिसर और मंदिर गर्भगृह तक बैग ले जा रहे हैं। शुक्रवार को नईदुनिया टीम ने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लाइव कवरेज किया। मंदिर के निर्गम द्वार पर तैनात महिला सुरक्षाकर्मी मोबाइल पर ही व्यस्त नजर आई।
जन जूते-चप्पल खोलते रहे, यहां भी तैनात पुरुष सुरक्षाकर्मी बार-बार जेब से मोबाइल निकालकर उसमें व्यस्त होते रहे। कुछ श्रद्धालुओं के बड़े बैग बाहर भी रखवाए, लेकिन हैंडबैग तो महिलाएं लेकर जाती रहीं, झोले भी हाथों में लेकर दर्शनार्थी मंदिर में प्रवेश करते रहे। ऐसे में मंदिर की सुरक्षा से यह चूक कभी गंभीर साबित हो सकती है।
हर बार एक साल के लिए मंदिर प्रबंध समिति द्वारा मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्राइवेट सुरक्षा कंपनी को ठेका दिया जाता है। प्राइवेट गार्ड पर प्रतिमाह मंदिर प्रबंध समिति करीब डेढ़ लाख रुपये प्रतिमाह खर्च कर रही है, लेकिन सुरक्षाकर्मियों को अपना कार्य तक पता नहीं है कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर इन्हें करना क्या है।
बाहर से आने वाले श्रद्धालु बिना रोकटोक सामान गर्भगृह तक ले जा रहे हैं और सुरक्षा गार्ड मोबाइल चलाने में ही व्यस्त हो रहे हैं। मंदिर गर्भगृह में भी गार्ड तैनात रहते हैं, वे भी बैग बाहर लेकर आने वाले श्रद्धालुओं को नहीं टोक रहे हैं।
पशुपतिनाथ मंदिर की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बनी हुई है। बैग स्केनर मशीन को भी चालू करवाया जाएगा। गर्भगृह तक श्रद्धालु बैग लेकर जा रहे है तो इसको जल्द ही दिखवाया जाएगा। - दिलीप कुमार यादव, कलेक्टर एवं अध्यक्ष मंदिर प्रबंध समिति।