मंदसौर। भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर संत निरंकारी मिशन द्वारा 'अर्बन ट्री क्लस्टर' अभियान का शुभारंभ किया गया हैं। इसके तहत भारत के 22 राज्यों के 280 शहरों में 350 स्थानों पर लगभग डेढ़ लाख पौधे लगाए गए हैं। मुहिम में संत निरंकारी मिशन के अतिरिक्त राजनीतिक, सामाजिक, शैक्षणिक संस्थााओं से जुड़े लोग भी सम्मिलित हुए।
अभियान का शुभारंभ करते हुए सद्गुरु माता सुदीक्षाजी ने कहा कि हमे वृक्षों से प्राणवायु प्राप्त होती है। धरती पर इसका संतुलन बनाने के लिए हमें स्थान-स्थान पर जंगलों का निर्माण करना आवश्यक है। इससे अधिक मात्रा में आक्सीजन का निर्माण होगा और उतनी ही शुद्ध वायु प्राप्त होगी। जिस प्रकार बड़े-बुजुर्गों का आशीष हमारे लिए अनिवार्य है, उसी प्रकार वृक्ष भी हमारे जीवन के लिए अत्याधिक महत्वपूर्ण है। संपूर्ण भारत के भिन्ना भिन्ना स्थानों पर पौधों के समूह लगाए जाएंगे। अधिक संख्या के प्रभाव से आसपास का वातावरण प्रदूषित होने से बचेगा और स्थानीय तापमान भी नियंत्रित रहेगा। सभी को स्थानीय जलवायु एवं भौगोलिक परिवेश के अनुसार ही रोपा जाएगा। संत निरंकारी मिशन के सेवादार पौधों को लगाने के उपरांत तीन वर्षों तक निरंतर देखभाल भी करेंगे। इसमें सुरक्षा, खाद एवं जल की सुचारू रूप से व्यवस्था करना सम्मिलित है।
गो सेवा करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य
मंदसौर। इनरव्हील क्लब मंदसौर 304 के तत्वावधान में श्री गोपालकृष्ण गोशाला में छाबड़ा परिवार ने एक गाय को गोद लिया गया। क्लब द्वारा अभी तक 10 गायों को गोद लिया गया है। जिनकी देखरेख इनरव्हील क्लवब के तत्वावधान में ही होगी। क्लब अध्यक्ष हेमा पोरवाल ने बताया कि गोसेवा करना सबसे बड़ा पुण्य कार्य है। गोसेवा से देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। गोसेवा भारतीय संस्कृति का प्रमुख अंग है। मनुष्य जन्मकाल से लेकर मृत्यु पर्यंत किसी न किसी रूप में गाय के प्रति ऋणी रहता ही है। यह ऋण तभी चुकाया जा सकता है जब हम गोवंश को विकसित करें, सेवा करें। गोवंश के प्रति सेवा भाव के प्रकल्प करने के लिए क्लब हमेशा तत्पर रहता है। इस अवसर पर छाबड़ा परिवार की मोना छाबड़ा का बहुमान भी किया गया। कार्यक्रम में क्लब सदस्य प्रीति छाबड़ा, माया जैन, शर्मिला बसेर, पूर्व अध्यक्ष मनीषा गर्ग भी उपस्थित थे।