तालाब खाली रहेंगे तो रबी सीजन की सिंचाई में आएगी दिक्कतें
*यहां है परेशानी
*जल संसाधन विभाग के 70 में से 35 तालाब अभी भी खाली
*रेतम बैराज 25 प्रतिशत ही भरा, काका गाडगिल सागर बांध भी खाली
मंदसौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। जिले में अब तक औसत बारिश का 90 प्रतिशत पानी बरस चुका है। इसके बाद भी जिले में जल संसाधन विभाग 19 तालाब व बैराज ऐसे हैं, जिनमें एक बूंद भी पानी की आवक नहीं हुई है। विभाग के मंदसौर क्षेत्र में कुल 70 तालाब हैं। अब तक 35 तालाब खाली पड़े हैं। इनमें से पांच तालाबों में 25 प्रतिशत से भी कम भरे हैं। रेतम बैराज भी अब तक 25 फीसद ही भर पाया है, काका गाडगिल सागर बांध भी पूरी क्षमता से नहीं भरा है। गरोठ क्षेत्र में औसत से अधिक बारिश होने से उस क्षेत्र के लगभग सभी तालाब भर गये है। लेकिन मंदसौर, सीतामऊ और मल्हारगढ़ क्षेत्र में तालाबों में जलभराव की स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है। वर्षाकाल में 15 सितंबर तक बारिश मानी जाती है। ऐसे में अब आने वाले 10 दिनों में जिले में बारिश से तालाब नहीं भरे तो आगामी रबी सीजन में फसलों की सिंचाई में परेशानी बढ़ सकती है। जिले में करीब 30 हजार हेक्टेयर में तालाबों से ही रबी सीजन की फसलों की सिंचाई होती है।
जिले में अभी भी करीब 50 फीसद से अधिक तालाब, बांध व बैराज खाली पड़े है। मंदसौर डिवीजन में जल संसाधन विभाग के कुल 70 तालाब व बैराज हैं। अब तक जिले में अब तक 714.8 मिमी बारिश हो चुकी है, जो कुछ औसत की लगभग 90 प्रतिशत है। लेकिन अब तक 70 में 35 तालाब व बैराज ही पूरी क्षमता से भर पाए हैं। 19 तालाब व बैराज पूरी तरह से खाली पड़े हैं। पांच तालाबों में 0 से 25 प्रतिशत, तीन तालाबों में 26 से 50 प्रतिशत, आठ तालाबों में 51 से 75 प्रतिशत पानी भर पाया है। तालाब व बैराज नहीं भरने से किसानों की चिंता बढ़ गई है।
तालाब खाली रह गए तो रबी सीजन में सिंचाई के लिए दिक्कतें खड़ी हो सकती है। तालाब नहीं भरने से भूजल स्तर भी प्रभावित होगा। उधर, मल्हारगढ़ व पिपलियामंडी नगर सहित कई गांवों में पेयजल उपलब्ध करवाने वाले काका गाडगिल सागर बांध में भी कुल क्षमता का 67 प्रतिशत पानी ही भरा है, रेतम बैराज मात्र 25 प्रतिशत भरा है। अधिकारियों का कहना है कि अभी बारिश की संभावनाएं है, संबंधित क्षेत्र में बारिश होते ही तालाब भर जाएंगे।
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ये तालाब अब तक खाली
जिले में भर्डावद, भालोट, चंदवासा, चौसला, दलौदा सगरा, घाटोदा, हासली, करोली, लदूना, लामगरा, नकेड़िया, निम्बोद, पानपुर, टकरावद, जोथखेड़ी तालाब एवं चांगली सालिड वियर, मोलियाखेड़ी बैराज, सेमली बैराज अब तक खाली हैं।
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ये तालाब भरे हैं शत-प्रतिशत
असावती, आक्याबिका, आसपुरा, बानीखेड़ी, बनी, ढाबलादेवल, देवरी, देवरियाविजय, फतेहपुरचिकली, गोपालपुरा, जूनापानी, खेजड़िया, कोटेश्वर, मिण्डलाखेड़ा, मुन्ज्याखेड़ी, रतलपिपलिया, रणायरा, सेमलीकांकड़ तालाब एवं अरनियामीणा, आवला नाला, अडमालिया, भगतपुरा, बुगलिया नाला, धाकड़खेड़ी, ढाबलाखेड़ी, ढाबला, ढिकोला, फतेहगढ़, गोपालपुरा, ईशाकपुर, माउखेड़ी, नागखजूरी, पाडलियालालमुंहा, पीपलखेड़ी, पित्याखेड़ी सालिड वियर 100 प्रतिशत भर गए हैं।
अभी पानी आ रहा
जिले में बारिश का दौर चल रहा है। उम्मीद है सभी तालाब भर जाएंगे। सभी क्षेत्रों में भ्रमण कर स्थिति देखी जा रही है। अभी हो रही बारिश के साथ ही तालाबों में पानी की आवक बनी हुई है।
-एचके मालवीय, कार्यपालन यंत्री
जल संसाधन विभाग, मंदसौर