शामगढ़(नईदुनिया न्यूज)। दो सालों से बंद रतलाम-मथुरा लोकल सवारी गाड़ी के स्थान रेलवे द्वारा उसी समय सारणी के अनुसार 15 जनवरी से रतलाम-कोटा-रतलाम के बीच अनारक्षित मेमू ट्रेन चलाने की घोषणा की है।
मेमू ट्रेन प्रतिदिन रतलाम से सुबह 7.05 बजे प्रस्थान कर बांगरोद, खाचरोद, नागदा आठ बजे, रोहलखुर्द 8.32 बजे, महिदपुर रोड़ 8.40 बजे, लूनी रिछा 8.50 बजे, विक्रमगढ़-आलोट नौ बजे, थूरिया 9.10 बजे, तलावली 9.19 बजे, चौमहला 9.25 बजे, नाथूखेड़ी 9.34 बजे, सुवासरा 9.42 बजे, शामगढ़ 9.55 बजे, गरोठ 10.05 बजे, कुरलासी 10.15 बजे, भवानीमंडी 10.30 बजे, धुआंखेड़ी 10.40 बजे, झालावाड़ 10.50, रामगंजमंडी 11.05 मोरक 11.15, कंवलपुरा 11.22, दरा 11.40, रावठारोड़ 11.53, अलनिया 12.20, दाढ़देवी 12.35, डकनिया तालाब 12.45 और कोटा दोपहर 1.25 बजे पहुंचेगी। कोटा से वापसी रतलाम के लिए मेमू ट्रेन दोपहर 1.40 से प्रस्थान कर डकनिया तालाब 1.52, दाढ़देवी दो बजे, रामगंजमंडी तीन बजे, भवानीमंडी 3.35, गरोठ 3.58, शामगढ़ 4.10, सुवासरा 4.45, विक्रमगढ़ आलोट 5.15, महिदपुर 5.50, नागदा 6.30 बजे नागदा से रात आठ बजे रतलाम पहुंचेगी। कोटा रेल मंडल जनसंपर्क अधिकारी अजयकुमार पाल ने बताया कि मेमू ट्रेन को रतलाम-मथुरा लोकल की समय सारणी अनुसार ही चलाया जा रहा है। रतलाम रेल मंडल की वर्षो पुरानी रतलाम मथुरा लोकल सवारी गाड़ी को रेलवे ने दो सालों से बंद कर रखा है।
तेलिया तालाब में गंदगी फैलाने वाले तत्वों पर हो कार्रवाई
मंदसौर। दशपुर जागृति संगठन ने मांग की है कि शहर की धरोहर तेलिया तालाब पर अवैध गतिविधियों पर रोक लगे। शहर के एकमात्र पर्यटक स्थल पर गंदगी फैलाने वाले तत्वों पर रोक लगें। यहां आए दिन बर्थडे पार्टी एवं युवा लड़के-लड़की शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। तेलिया तालाब की पाल पर लगी लाइट को तोड़ा जा रहा है। इस स्थान पर एक पुलिस चौकी बनाना चाहिए। ताकि दादा-दादी पार्क और तेलिया तालाब की पाल पर निगरानी रख सके। अवैध रूप से गंदगी फैलाने वालों से मौके पर ही जुर्माना वसूलना चाहिए। पाल के चारों तरफ जो उग रही झाड़ियों की कटिंग भी नियमित होना चाहिए। डा. अनिल प्रजापति, रमेश नलवाया, राजेंद्र भटनागर, जगदीश रघुवंशी ने बताया कि नगर पालिका ने दो करोड़ रुपये खर्च कर इसका निर्माण किया है लेकिन रखवाली करने के लिए कोई नहीं है। सत्येंद्रसिंह सोम ने कहा कि इन स्थानों पर आने वाले उद्दंड लड़कों पर कार्रवाई करके भगाया जाएं। गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माना किया जाए। सीसीटीवी कैमरे लगाकर देखरेख की जाए।