
नईदुनिया प्रतिनिधि, मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर में आयोजित पशुपतिनाथ महादेव मेले में गुरुवार रात प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर का कार्यक्रम हुआ। चर्चा है कि मेला समिति और नगर पालिका ने लगभग 45 लाख रुपये देकर खेर को बुलाया था, लेकिन शो के दौरान उनके द्वारा की गई टिप्पणियों से विवाद खड़ा हो गया है। खेर ने मंच से नगर पालिका को कई बार गरीब व कंजूस कहा।
वहीं नपाध्यक्ष व पार्षदों को अयोग्य तक कहा। खुलेआम मंदसौर जिले के जनप्रतिनिधियों का मजाक भी उड़ाया। किसी के उपनाम का, तो किसी को पूर्व कहकर मजाक बनाया। अब इसे लेकर भाजपा पार्षदों ने ही विरोध शुरू कर दिया। सोशल मीडिया पर टिप्पणियां भी लिखी जा रही हैं।
खेर ने मंच पर आने के बाद माइक हाथ में लेकर एकाध भजन ही सुनाया था और बीच-बीच में टिप्पणियां करने लगे। शुक्रवार को मेला समिति सदस्य पार्षद प्रमिला गोयल ने सीएमओ को दिए आवेदन में कहा कि इससे न सिर्फ नेताओं बल्कि भगवान पशुपतिनाथ मेले की भी प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। ऐसे में इनका भुगतान रोका जाना चाहिए ताकि आगे से कोई कलाकार ऐसी हरकत नहीं कर सके।
भाजपा पार्षद सुनीता गुजेरिया ने सोशल मीडिया पर लिखा कि कार्यक्रम का सफल आयोजन, लेकिन मंच से बेइज्जती क्यों। पार्षद पति जयप्रकाश पमनानी ने लिखा कि जो कलाकार अपनी प्रतिभा के नशे में मेरी पार्टी के जनप्रतिनिधियों पर सार्वजनिक टिप्पणी करे, उसकी आलोचना होना चाहिए। मजदूर कल्याण समिति प्रदेश अध्यक्ष करण सिंह परिहार ने भी सीएमओ अनिता चकोटिया को आवेदन देकर कैलाश खेर का आयोजकों से भुगतान रोकने की मांग की है। साथ ही नई आबादी थाने पर आवेदन देकर उचित कार्रवाई का निवेदन किया है।