
नईदुनिया प्रतिनिधि, मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के शामगढ़ में रविवार को हृदय विदारक दृश्य देखने को मिला। जो बहन पंजाब में हाथों में राखी लेकर अपने भाईयों का इंतजार कर रही थी उसने लगभग एक हजार किमी दूर शामगढ़ आकर भाई को मुखाग्नि दी। बहन की आंखों से निकलते आंसू देखकर मुक्तिधाम में खड़े लोगों की भी आंखें भर आईं।
दरअसल, युवती के दोनों भाई आठ अगस्त को ट्रेन से अपने गांव जा रहे थे। शामगढ़ के पास एक भाई ट्रेन से गिर गया था। दूसरा उसे खोजने पटरी पर चल रहा था, तभी तेज गति से आई ट्रेन की टक्कर से उसकी मौत हो गई थी। उनकी पहचान होने पर रविवार को अंतिम संस्कार हुआ। जानकारी के अनुसार पंजाब के अमृतसर जिले की बाबा का कला तहसील के रहने वाले हरप्रीत सिंह व हरमनदीप सिंह मुंबई में काम करने गए थे।
आठ अगस्त को वे अपने गांव रक्षाबंधन का त्योहार मनाने ट्रेन से जा रहे थे। दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर स्थित शामगढ़ से दो किमी दूर हरप्रीत दुर्घटनावश से ट्रेन से गिर गया। सहयात्रियों ने सीट पर सो रहे दूसरे भाई हरमनदीप सिंह को सूचना दी। हरमनदीप सिंह ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रुकवाई और भाई की तलाश में ट्रेन से नीचे उतर गया। छोटे भाई की तलाश में वह रेल ट्रैक पर पीछे की तरफ चलने लगा। इस दौरान बहन का फोन आ गया कि कहां तक पहुंचे।
वीडियो कॉल पर वह भाई को खोजने की बात कह ही रहा था कि तभी पीछे से तेज गति से आ रही ट्रेन से हरमनदीप सिंह को धक्का लग गया। वह गिर गया। सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। तब तक पुलिस ने ट्रेन से गिरे उसके भाई को खोज लिया था।
दूसरे भाई हरप्रीत की हालत गंभीर बताई गई है। शामगढ़ पुलिस ने मृतक के पास मिले मोबाइल से सिम निकालकर दूसरे मोबाइल में डाली तभी मृतक की बहन का फोन आ गया। पुलिस ने घटना की जानकारी बहन को दी। जानकारी मिलते ही बहन स्वजन के साथ शामगढ़ पहुंचे।