मल्हारगढ़ (नईदुनिया न्यूज)। जिसने इच्छाओं पर नियंत्रण कर लिया, जिसने लालसामुक्त जीवन जीने की राह पकड़ ली है। वही व्यक्ति आज के युग में सुखी जीवन जी सकता है।
यह बात आचार्य श्री महाश्रमणजी ने कही। वे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज ज्यादा सोना, ज्यादा खाना हमारे लिए घातक है। समुचित नींद और समुचित भोजन ही स्वास्थ्य को ठीक रख सकते हैं। संतोष ही आज के युग में परमसुख है। रुपयों के लिए, पदों के लिए जितनी लालसा और कामना रखोगे, आप कभी सुखी नहीं रह सकते हैं। इच्छा तो आकाश के समान है, मगर इस पर विजय तभी पाई जा सकती है कि आपमें संतोष का भाव हो। धर्मसभा में अखिल भारतीय दक परिषद के अशोक दक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तहसील संघ चालक ओमप्रकाश बटवाल, स्थानकवासी संघ अध्यक्ष अशोक दुग्गड़, संस्था प्राचार्य ललित कुमावत, वरिष्ठ व्याख्याता उमेश मोदी सहित भीलवाड़ा चातुर्मास कमेटी अध्यक्ष ने भी अपनी बात कही। संचालन परम पूज्य दिनेशमुनिजी ने किया। आचार्यश्री ने मल्हारगढ़ वासियों को संदेश दिया कि हिंसा, दंगा, झगड़ा जैसे कलह के कार्यों से दूर रखकर नशामुक्त जीवन जीए और नगर में हमेशा आपसी सद्भाव का वातावरण बनाकर मिलजुलकर रहे। नगर में सदैव खुशहाली रहेगी।
भीलवाड़ा में है आचार्यश्री का चातुर्मास
आचार्य श्री महाश्रमण जी का चातुर्मास इस बार भीलवाड़ा में है। वहां 18 जुलाई को मंगल प्रवेश होगा। इसके चलते ही आचार्यश्री लगातार विहार कर रहे हैं। मल्हाररगढ़ में नगर आगमन पर आचार्यश्री सहित 70 साधु- साध्वियों की अगवानी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिला कार्यवाह दिलीप चावड़ा, तहसील संघचालक ओमप्रकाश बटवाल, भाजपा जिला महामंत्री राजेश दीक्षित, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष दिनेश प्रजापति, भाजपा पिछड़ा वर्ग जिला महामंत्री डा. विजय राठौड़, जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ सचिव विजय जैन, नगर परिषद राजस्व निरीक्षक राजू सांवरिया, समाजसेवी संजय रत्नावत, स्थानक संघ अध्यक्ष अशोक दुग्गड़ सहित बड़ी संख्या में दूरदराज के श्रावकगणों ने किया।