बनेडिया (नईदुनिया न्यूज)। क्षेत्र में सोयाबीन फसल में बीमारी फैलने लगी है। किसानों ने इसकी जानकारी कृषि विस्तार अधिकारी को दी। जिसके बाद अधिकारी राजेंद्र चौधरी ने ग्राम खिमलावदा, काकवा, जलालपुरा सहित कटकोदा गांव में फसलों की स्थति जानने के लिए निरीक्षण किया। निरीक्षण में इल्ली और पीला मोजेक से फसल प्रभावित दिखाई दी। सोयाबीन में सघनता के कारण व्हाइट फ्लाई का प्रकोप होता है। इसकी रोकथाम के लिए कृषि अधिकारी ने थायोमिथोकझौम 200 मिली के साथ सल्फर लिक्विड 800 से 1000 मिलीलीटर को 400 से 500 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टेयर छिड़काव करने की सलाह दी। इल्ली के नियंत्रण के लिए प्रोफेनोफास,साइफर, मैथिन या इंडौकसाकार्ब को एक साथ मिलाकर या एमीडाक्लोरोपीड की अनुशंसित मात्रा का उपयोग करने को कहा। साथ ही जरूरत पड़ने पर क्षेत्रीय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग कृषि विज्ञान केंद्र में संपर्क करने को कहा।
मांगलिया क्षेत्र में फसलें हो रही खराब, कृषि अधिकारियों ने किया निरीक्षण
टोडी -मांगलिया (नईदुनिया न्यूज)। क्षेत्र में सोयाबीन फसल में कीट और अन्य बीमारी लग गई है जिससे फसल खराब हो रही है। इस मामले में कृषि विभाग के अधिकारियों ने रामपिपलिया, टोडी, ब्राह्मण पिपलिया, कदवा, पटवाखेडी, हतुनिया और गुरान सहित करीब आधा दर्जन से अधिक गांवों में फसलों का निरीक्षण किया, जिसमें तना मक्खी, व्हाइट फ्लाई, येलो मोजेक के लक्षण और गर्डल बीटल का असर भी देखा गया है। इसको लेकर किसान भी परेशान हैं। वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी राजेश धारे ने सोयाबीन में आंशिक कीट प्रकोप आने की बात की है। इसके उपाय के रूप में कीटनाशक का छिड़काव करने की सलाह दी।हतुनिया के किसान धर्मवीरसिह पंवार ने बताया सोयाबीन फसल खराब होकर पीली हो गई है। कृषि विभाग के अधिकारी रिपोर्ट के आधार पर दवाई का छिड़काव करने की सलाह दी है। कदवा के किसान आजाद पटेल ने बताया कि सोयाबीन मे फंगस की बीमारी से फलियां जमीन पर गिर गई। साथ ही पत्ते पीले पड़ गए हैं। टोडी के किसान शेरसिंह दरबार ने बताया सोयाबीन की फलियां सिकुडकर पत्ते सूख रहे हैं।