नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। ग्वालियर से जौरा के बीच चलने वाली मेमू ट्रेन से घायल महिला को इलाज की सुविधा नहीं मिल सकी। इससे उसकी मौत हो गई।
कुछ लोगों ने मौके पर ही ट्रेन रोककर एंबुलेंस को सूचना दी, लेकिन एंबुलेंस चालक ने जाम की समस्या बताकर घटनास्थल पर आने से इन्कार कर दिया।
उपचार की कोई सुविधा नहीं मिली और महिला ने दम तोड़ दिया। अमानवीयता की सारी हदें तब पार हो गईं, जब 10 घंटे तक महिला का शव स्टेशन पर पड़ा रहा।
रविवार की सुबह छह बजे ग्वालियर से जौरा के लिए रवाना हुई मेमू ट्रेन (01893) बानमोर स्टेशन से निकलकर सुबह 07:04 बजे अंबिकेश्वर हाल्ट पर रुकने वाली थी, तभी एक महिला पटरियां पार करने की कोशिश में ट्रेन के इंजन से टकरा गई।
इसलिए ट्रेन को तत्काल रोक लिया गया। इंजन से टकराकर महिला का सिर फट गया और खून बहने लगा। ट्रेन के यात्रियों ने एंबुलेंस के लिए कॉल किया, लेकिन जवाब मिला कि जाम की समस्या के कारण अंबिकेश्वर तक गाड़ी नहीं आ सकती।
महिला की हालत देखकर ट्रेन के गार्ड कुलदीप सिंह ने फर्स्ट एड बॉक्स निकालकर महिला की मरहम पट्टी की। इसके बाद महिला को ट्रेन से सुमावली स्टेशन पर लाया गया। ट्रेन के स्टाफ ने हादसे की जानकारी पूर्व में ही दे दी और मेडिकल सुविधा की मांग की, लेकिन स्टेशन पर सुविधा नहीं मिली।