नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। आरक्षक भर्ती परीक्षा में हुई धांधलियों की जांच में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। मुरैना की पांचवीं बटालियन ने बिना छानबीन के जल्दबाजी में दो नव आरक्षकों को अपनी जगह सॉल्वर बैठाकर भर्ती परीक्षा पास करने का आरोपित बनाते हुए एफआईआर दर्ज करा दी गई। कई दिनों तक फरारी काटते रहे आरक्षकों ने पुलिस के आला अफसरों से खुद के निर्दोष होने की गुहार लगाई।
इसके बाद एक-एक पहलू पर बारीकी से जांच हुई और सामने आया कि दोनों आरक्षकों ने परीक्षा पास करने के लिए कोई भी फर्जीवाड़ा नहीं किया है। मुरैना पुलिस दोनों आरक्षकों पर दर्ज एफआईआर में खात्मा रिपोर्ट लगाने की तैयारी कर रही है, इसके बाद दोनों को आरक्षक पद पर नौकरी मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा।
गौरतलब है, आरक्षक भर्ती में सॉल्वर बैठाकर परीक्षा पास करने के मामले में मुरैना जिले में सात नव आरक्षक ज्वॉइनिंग से पहले पकड़े गए और इन पर एफआईआर दर्ज करवाई गई। इन सात में से पांच नव आरक्षक पांचवीं बटालियन के हैं। जो दो नव आरक्षक जांच में सही पाए गए हैं, उनमें एक उत्तर प्रदेश के इटावा थाना क्षेत्र के महराजपुरा चकर नगर निवासी अंकित पुत्र संतोष सिंह हैं, जिस पर पांच जून को एफआईआर हुई।
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दूसरा भिंड जिले के आकौन गांव निवासी संजीव कुमार पुत्र भूपेंद्र यादव है, जिस पर बटालियन प्रशासन ने 21 नवंबर 2024 को मुकदमा दर्ज करवाया। बटालियन प्रशासन ने भर्ती परीक्षा से पहले और बाद में आधार अपडेट करवाने पर मान लिया था, कि अंकित सिंह और संजीव यादव ने अपनी जगह साल्वर बैठाया था।
संजीव यादव और अंकित सिंह कई दिनों से फरार रहे, बाद में खुद पुलिस अफसरों के पास पहुंचे और भरोसा दिलाया कि उन्होंने परीक्षा पास करने के लिए कोई गड़बड़ी नहीं की। दोनों ने जो साक्ष्य दिए उसके बाद मुरैना एसपी समीर सौरभ ने फिर से जांच के आदेश दिए।
जांच अधिकारी कोतवाली थाने के एसआइ संजय बरैया ने कर्मचारी मंडल भोपाल और पुलिस मुख्यालय से वह रिकॉर्ड जुटाया, जिनमें आरक्षक भर्ती परीक्षा के दिन संजीव व अंकित के रोल नंबर पर बैठे व्यक्ति के फोटो और वीडियो फुटेज थे। फोटो और वीडियो फुटेज में दोनों ही अपनी-अपनी परीक्षा देते दिखे। इसके बाद हस्ताक्षर व फिंगर प्रिंट की जांच हुई, उसमें भी कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई। पुलिस ने अपनी जांच रिपोर्ट में दोनों को निर्दोष पाया है।
कोतवाली टीआइ दीपेंद्र यादव ने बताया कि जांच में सामने आया है, कि दो नव आरक्षक संजीव यादव और अंकित सिंह ने सॉल्वर बैठाकर परीक्षा पास नहीं की थी। कुछ कारणों से उन्होंने आधार अपडेट जरूर करवाए थे, पर परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं की है। हम दोनों की एफआईआर में खात्मा रिपोर्ट लगा रहे हैं, इसके बाद दोनों को बटालियन में ज्वॉइनिंग मिल जाएगी।