
नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। कोटा बैराज से छोड़े जा रहे पानी की वजह से मुरैना में चंबल नदी राजघाट पर खतरे के निशान 138 मीटर से दो मीटर ऊपर 139.20 मीटर तक जा पहुंची हैं। वहीं अंबाह के उसैद घाट पर खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर बह रही है। 40 गांवों के बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। चंबल के उफान से पांच गांव डूब में आ गए हैं। यह गांव चारों ओर से पानी से घिर गए। घरों के डूबने व गिरने का खतरा था, इसलिए एसडीईआरएफ टीम ने पांचों गांवों में रेस्क्यू किया है।
अंबाह तहसील के बीलपुर के मझरा घेर, मल्हन का पुरा, कंचन का पुरा, छैकुरियन का पुरा और कुथियाना ग्राम पंचायत के रामप्रकाश का पुरा को खाली करवाया गया। इन पांचों गांवों के 119 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। दर्जनों परिवार पहले ही गांव खाली कर रिश्तेदारों के यहां पहुंच गए हैं।
उधर सबलगढ़ तहसील के रायडी-रायधेन गांव भी चंबल से घिर गया है, रास्ते बंद हो गए हैं, गांव के निचले हिस्से जलमग्न, आबादी क्षेत्र सुरक्षित है। 119 परिवारों के 310 लोगों का अब तक रेस्क्यू हो चुका है। इन लोगों को तीन राहत शिविरों में ठहराया गया है, जहां सारी मूलभूत सुविधाएं प्रशासन ने की हैं।