
मुरैना, नईदुनिया प्रतिनिधि। मीडिया से चर्चा के दौरान जौरा विधायक ने पुलिस प्रशासन पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पुलिस थानों को “ठेके” पर दे दिया गया है और यही वजह है कि अपराध, गुंडागर्दी और अराजकता लगातार बढ़ रही है। विधायक के अनुसार, हर थाने की अलग-अलग “रेट” तय है, जो उस थाना क्षेत्र में होने वाले अपराधों पर निर्भर करती है।
जौरा विधायक ने कहा कि यह किसी से छिपा नहीं है कि किस थाने की क्या कीमत है। जिस थाना क्षेत्र में जितना ज्यादा जुआ चलता है, उसी हिसाब से वहां की रेट तय होती है। इसी तरह, अवैध रेत खनन में लगे ट्रैक्टरों की संख्या के आधार पर भी थानों की कीमत तय रहती है। जब थाने इस तरह से तयशुदा रेट पर चलते हैं, तो कानून-व्यवस्था का बिगड़ना तय है।
विधायक ने आरोप लगाया कि थानों की ठेका प्रथा के चलते सड़कों पर अराजकता फैल रही है। गुंडागर्दी, लूट, डकैती और गोलीबारी जैसी घटनाओं में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सिर्फ निचले स्तर के कर्मचारी ही नहीं, बल्कि पुलिस के शीर्ष अधिकारी भी जिम्मेदार हैं। प्रदेश में वास्तविक पुलिसिंग नजर नहीं आ रही है।
जौरा विधायक ने यह भी कहा कि जब तक थानों में नेताओं का हस्तक्षेप और अवैध वसूली बंद नहीं होगी, तब तक यह तय लूट चलती रहेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन जनता की बात सुनने को तैयार नहीं है।
विधायक ने चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस इस व्यवस्था के खिलाफ लगातार आंदोलन करती आई है और आगे भी करेगी। जरूरत पड़ी तो पार्टी सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी, ताकि “गूंगे-बहरों” तक जनता की आवाज पहुंच सके।