मुरैना(नईदुनिया प्रतिनिधि)। कोतवाली पुलिस ने दस दिन पहले स्कार्पियो गाड़ी में चांदी के गहनों का जखीरा पकड़ा। तीन दिन तक छह बोरों में बंधे यह गहने पुलिस की हिरासत में रहे। बाद में जीएसटी विभाग की छानबीन में व्यापारी अच्छी-खासी पेनल्टी हुई और गहने वापस मिल गए। लेकिन अब वही व्यापारी कोतवाली पुलिस पर 16 लाख रुपये कीमत के 26 किलो चांदी के गहने गायब करने के आरोप लगा रहा है। उधर पुलिस अफसर थाने से चांदी के गहने गायब होने के आरोपों को झूठा बता रहे हैं। गौरतलब है, कि 30 अप्रैल व 1 मई की रात को कोतवाली थाने के एसआई मनीष गुर्जर व आरक्षक मुकेश गुर्जर ने रात्रि गश्त के दौरान कृषि उपज मण्डी के पास सुनसान इलाके में खड़ी स्कार्पियो गाड़ी को पकड़ा। स्कार्पियो गाड़ी में हाउसिंग बोर्ड कालोनी निवासी दिलीप वर्मा बैठे थे। पुलिस ने तलाशी ली तो पता चला कि, गाड़ी में छह बोरों चांदी के गहने भरे थे। इतने गहनों के बिल नहीं दिखाने पर गाड़ी सहित चांदी के गहने व दिलीप वर्मा को हिरासत में ले लिया। उस समय एसआई गुर्जर से लेकर कोतवाली टीआइ योगेंद्र सिंह जादौन ने भी जब्त हुई चांदी का वजन 150 किलो बताया था। 3 मई को ग्वालियर से जीएसटी टीम आई। जीएसटी के सामने दिलीप वर्मा ने जो बिल पेश किए वह भी 150 किलो चांदी के गहनों के थे, लेकिन जीएसटी ने गहनों की तुलाई करवाई तब बताया गया कि छह बोरों में भरे चांदी के गहनों का वजन 123 किलो 900 ग्राम है। बिल और चांदी के गहनों के वजन में अंतर होने के कारण जीएसटी टीम ने दिलीप वर्मा पर 3 लाख 31 हजार रुपये की पेनल्टी की और उसके बाद चांदी के गहने व्यापारी के सुुपुर्द कर दिए। अब यही व्यापारी पुलिस पर आरोप लगा रहा है कि पुलिस हिरासत में उसकी 26 किलो 100 ग्राम चांदी के गहने गायब कर दिए हैं, इस कारण उस पर सवा तीन लाख रुपये से ज्यादा की पेनल्टी भी जीएसटी विभाग ने लगा दी है। व्यापारी इसे लेकर तीन दिन से एसपी आफिस में एसपी आशुतोष बागरी से शिकायत करने के लिए चक्कर काट रहा है, लेकिन एसपी के अवकाश पर होने के कारण वह शिकायत नहीं कर पाया। अब इस मामले में गुरुवार को एसपी के पास व्यापारी व उसके समर्थक शिकायत करने एसपी के पास जाएंगे।
वर्जन
- मैंने उसी समय बिल दिए और बताया था कि 150 किलो चांदी है। मेरे स्टाक बिलों को पुलिस ने मान्य नहीं किया। मेरा मोबाइल छीनकर हवालात में डाल दिया, डेढ़ घंटे तक किसी से बात नहीं करने दी। पुलिस हिरासत में 26 किलो 100 ग्राम चांदी के गहने गायब हो गए, इस कारण बिल और गहनों के वजन में अंतर आ गया। इसी अंतर के कारण मुझ पर 3.31 लाख की पेनल्टी हुई है। तीन दिन से एसपी साहब नहीं मिले, इसलिए मैं गुरुवार को इसकी शिकायत करने जाऊंगा। मुझे मेरे गहने वापस चाहिए, जिससे मुझ पर लगी पेनल्टी भी माफ हो सके।
दिलीप वर्मा
चांदी के गहनों के थोक व्यापारी
- हमें उस समय पर तौल करने के लिए कोई कांटा नहीं मिला था, इसलिए तौल नहीं हो पाई। नहीं व्यापारी ने हमें उस समय कोई बिल दिया था। बिल बाद में आया, तब हमने जीएसटी टीम को मामला सौंपा। पुलिस कस्टडी से एक ग्राम चांदी कम नहीं हुई।
मनीष गुर्जर
एसआई, कोतवाली
- हमारे पास पूरी वीडियो रिकार्डिंग है, चांदी के गहनों के जप्त करने की और उसे थाने में मालगोदाम में रखवाने तक की। पुलिस हिरासत से रत्तीभर चांदी गायब नहीं हुई, व्यापारी झूठे आरोप लगा रहा है। उसने बिल बहुत बाद में दिखाए हैं। हो सकता है कि पकड़े जाने से पहले वह 26 किलो चांदी के गहने किसी सराफा कारोबारी को दे चुका हो।
योगेंद्र सिंह जादौन
टीआइ, कोतवाली