नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना: शहर के टंच रोड राठौर कॉलोनी में हुए विस्फोट में पुलिस ने मकान मालिक मुंशी राठौर के बेटे आकाश राठौर सहित आठ को आरोपित बनाया है। आकाश राठौर इस्लामपुरा के रहने वाले सद्दाम खान के साथ मिलकर पटाखों के अवैध धंधे को संचालित कर रहा था।
जिस मकान में मृतका बैजंती व विमला कुशवाह की मौत हुई, उसके नीचे के तल में पटाखों को स्टोर कर रखा था। जिसमें विस्फोट हो गया। पुलिस ने पोटाश के सप्लायर राहुल बंसल सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है। सद्दाम का पिता व चाचा फरार हैं। पुलिस ने मामले में गैर इरादतन हत्या, विस्फोटक अधिनियम सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है।
पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि आकाश राठौर, उसका रिश्तेदार कृष्णा दोनों ही इस्लामपुरा के सद्दाम खान के साथ मिलकर अवैध व्यापार करते थे। सद्दाम खान, उसकी मां भूरी, पिता शौकीन व चाचा इकबाल पटाखा बनाने का काम करते थे।
जिनका पूरा माल आकाश राठौर अपने घर के सामने वाले दूसरे मकान में रखता था, जिसमें सब्जी विक्रेता राजू कुशवाह अपनी मां बैजंती के साथ रहता था। सद्दाम से आकाश की मुलाकात इस्लामपुरा के पंकज उर्फ पुष्पराज राठौर ने कराई थी।
दीपावली पर पहले अवैध पटाखा दुकान लगाई, इसके बाद योजना थी कि बड़े स्तर पर पटाखों का कारोबार किया जाएगा। जिसके लिए पोटाश का स्टाक भी लाकर मकान में रखा गया था। पुलिस ने इस मामले में आकाश, कृष्णा, सद्दाम, उसकी मां भूरी को जब पकड़ा, तो उनसे पोटाश लाने के बारे में जानकारी इकट्ठा की। जिसमें पता चला कि पोटाश की सप्लाई गोपीनाथ की पुलिया पर रहने वाला राहुल बंसल करता है। जिस पर पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया।
पोटाश सप्लायर राहुल बंसल 2022 में बानमोर के जैतपुर रोड पर मकान में हुए विस्फोट में आरोपित था। इस हादसे में सात लोगों की मौत हुई। राहुल बंसल चार महीने जेल में भी रहा था। सुमावली में 24 नवंबर को हुए राबिया के घर हुए विस्फोट में पोटाश सप्लाई राहुल ने ही की थी। राहुल बंसल से पूछताछ के बाद जौरा में एक व्यक्ति से पांच किलो पोटाश जब्त कर लिया है, वहीं सबलगढ़ पुलिस ने 16 किलो पोटाश जब्त कर लिया है।
विस्फोट के मामले में प्रभारी कलेक्टर विवेक कुमार ने कहा कि इस विस्फोट की मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही इसमें भारत सरकार की एजेंसी पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पीईएसओ) को शामिल किया जाएगा। पीईएसओ विस्फोटक पदार्थों के नियंत्रण, उनके उत्पादन, रख-रखाव व परिवहन जैसे मामलों की जांच करती है।