अंबाह। धनसुला गांव में वनखंडी विद्यापीठ लगडिया सीबीएसई स्कूल संचालित है। इसके अलावा आसपास के गांव में कोई सीबीएसई स्कूल नहीं है। स्कूल आने का दो किलोमीटर का रास्ता बहुत खराब है। जिसके कारण स्कूली वाहन स्कूल नहीं पहुंच पाते। रास्ता खराब होने की वजह से आसपास के हजारों बच्चों को शिक्षा से वंचित रहना पड़ रहा है।
धनसुला गांव में स्व डॉ.रामसिंह तोमर ने वनखंडी विद्यापीठ लगडिया सीबीएसई आवासीय स्कूल स्थापित करवाया था। साथ ही विद्यालय को सीबीएसई बोर्ड की मान्यता दिलवाई। वहीं बच्चों को पढ़ाने के लिए बाहर से शिक्षकों की व्यवस्था की गई। साथ ही स्टाफ के रहने के लिए लाखों रुपए खर्चकर कर आवास भी बनाए गए। उसके बावजूद भी आसपास के गांव के बच्चों को शिक्षा से वंचित रहना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण सड़क का न होना है। धनसुला स्कूल से करीब एक दर्जन से अधिक गांव जुड़े हैं। गांव आने का दो किलोमीटर सड़क का टुकड़ा कच्चा है। जिसमें गहरे गड्ढे हैं, वाहन उनमें फंस जाते हैं। जिसकी वजह से बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं।
रूपहटी मोड़ से धनसुला गांव के लिए दो किलोमीटर का कच्चा मार्ग है। सड़क बनाने के लिए कई बार ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की। इसके बावजूद भी सड़क नहीं बनाई गई। जबकि शासन 500 से एक हजार की आबादी वाले गांव में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत सड़क बनाई जा रही है। अधिकारियों की अनदेखी के कारण क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा से वंचित रहना पड़ रहा है। वहीं पालक अपने बच्चों को स्कूल में पढ़ाने के लिए काफी प्रयास कर रहे हैं। इसके बावजूद भी प्रयास असफल हो रहे हैं। इसका मुख्य कारण सड़क है। यदि दो किलोमीटर की सड़क का निर्माण हो जाए तो हजारों बच्चे शिक्षा से वंचित नही रहेंगे।
इन गांवों के बच्चे हो रहे शिक्षा से वंचित
रूपहटी, पुरावस खुर्द, पुरावसकलां, सिकरोडी, भुआ का पुरा, खाद का पुरा, तुतवास, गरीब का पुरा आदि गांव के हजारों बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं।
दूरी के कारण नहीं आते वाहन
दो किलोमीटर का टुकड़ा उबड़-खाबड़ पड़ा है और यदि अन्य मार्ग से स्कूल वाहन बच्चों को लेने जाए तो 20 किलोमीटर घूमकर जाना पड़ता है। जिससे पालकों व बच्चों को काफी परेशानी आती है। रास्ता खराब होने के कारण वाहन आसपास के गांव में नहीं जाते हैं।
पूर्व विधायक ने कराई थी सड़क की मरम्मत
दिमनी क्षेत्र की तात्कालीन विधायक संध्या राय ने अपनी निजी मद से करीब दस साल पहले इस सड़क की मरम्मत कराई थी। तब से आज तक इस मार्ग की किसी ने मरम्मत नहीं कराई। इस उबड़-खाबड़ रास्ते पर तीन-चार फीट गहरे गड्ढे हो गए हैं। जिसके कारण ग्रामीणों को पैदल आने-जाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।