Morena News: मुरैना (नईदुनिया न्यूज)। मुरैना जिले में गरीबों के राशन की कालाबाजारी लगातार बढ़ती जा रही है। बीती रात सिविल लाइन पुलिस व आपूर्ति अधिकारी ने पीडीएस के चावल से भरा ट्रक पकड़ा है, जो जौरा से राजस्थान के धौलपुर में मुर्गी दाने के लिए खपने जा रहा था। पुलिस ने ट्रक सहित 254 क्विंटल चावल जब्त कर जौरा के व्यापारी व ट्रक के ड्राइवर पर एफआइआर दर्ज की है। दरअसल, शुक्रवार की रात साढ़े 12 बजे के करीब सिविल लाइन थाने को मुखबिर ने सूचना दी, कि जौरा की ओर से ट्रक क्रमांक एचआर 62 4100 आ रहा है, जिसमें भारी मात्रा में पीडीएस का राशन भरा हुआ है।
सूचना के बाद सिविल लाइन टीआइ रामबाबू यादव ने जिला आपूर्ति अधिकारी संजीव शर्मा ने बैरियर चौराहा के पास, एमएस रोड पर वाहन चेकिंग पाइंट लगाकर उक्त नंबर के ट्रक को रोका। ट्रक की तलाशी ली गई तो उसमें पीडीएस के चावलाें से भरे बोरे थे। ट्रक को थाने लाकर बोरों की गिनती हुई तो उसमें 389 बोरे चावलों से भरे हुए थे, जिनका वजन 254 क्विंटल था। यह चावल जौरा के लवली धाकड़ का था, पुलिस ने लवली धाकड़ के अलावा ट्रक ड्राइवर राकेश कुमार निवासी बांदा उत्तर प्रदेश के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज किया है। 20-22 रुपये में खरीदकर 25 रुपये किलो में बिक रहा गरीबों का चावलपुलिस पूछताछ में सामने आया है, कि पीडीएस के चावल को राजस्थान के धौलपुर शहर में ले जाया जाता है, जहां मुर्गी दाना बनाने वाले प्लांटों पर चावल को बेचा जाता है। गरीबों के राशन की कालाबाजारी करने वाले माफिया इस चावल को 20 से 22 रुपये किलो में खरीदकर 25 रुपये किलो तक में बेचते हैं, जबकि सरकार को यह चावल लगभग 34 रुपये किलो पड़ता है और गरीब परिवारों को निश्शुल्क बांटा जाता है।
ढाई सौ क्विंटल से ज्यादा चावल से भरे जिस ट्रक को सिविल लाइन पुलिस ने घेराबंदी करके पकड़ा था, वह ट्रक जौरा में ही पुलिस के हाथ लग गया था। विभाग में ही चर्चा है, कि जौरा थाने के दो आरक्षकों ने देर रात को इस ट्रक को पकड़ा और इसे छोड़ने के एवज में एक लाख रुपये की मांग की गई। पुलिस सूत्रों की मानें तो दोनों आरक्षकों ने 70 हजार रुपये लेने के बाद ट्रक को छोड़ दिया। इनमें एक आरक्षक तो कुछ दिन पहले ही मुरैना शहर के एक थाने से जौरा गया है, दूसरा आरक्षक लंबे समय से वहां पदस्थ है। इस मामले की हकीकत जानने के लिए नईदुनिया संवाददाता ने चावल की कालाबाजरी करने के आरोपित व्यापारी लवली धाकड़ के फोन पर पुलिस अधिकारी बनकर बात की तो उसने ग्राहकों से चावल खरीदकर बेचने की बात कुबूल की और जब उससे पूछा, कि क्या जौरा में यह ट्रक पकड़ा गया, जिसे 70 हजार देकर छुड़वाया, यह सुनते ही लवली धाकड़ कुछ देर के लिए चुप हो गया और यह कहकर फोन काट दिया, कि इस बारे में वह बाद में बात करेगा। यह मामला वरिष्ठ अफसरों के संज्ञान में भी आया है, अब देखना है कि इसे भी स्टेशन रोड व सरायछौला थाने की तरह दबाया जाता है या कोई कार्रवाई होती है।
मुरैना में ट्रक पकड़े जाने के बाद इन्हीं दो आरक्षकों को लवली धाकड़ को पकड़ने भेजा था, वह पकड़कर भी लाए थे। हो सकता है इसलिए उन पर आरोप लगाए जा रहे हों। लेकिन ऐसा है तो मैं बाल की खाल निकाल लूंगा, कुछ छिपा नहीं रहेगा। पैसे लेकर ट्रक छोड़ा होगा तो सख्त कार्रवाई भी होगी।
उदयभान सिंह यादव, टीआइ, जौरा।