
मुरैना, नईदुनिया प्रतिनिधि। चंबल संभाग में शांतिपूर्ण मतदान करना प्रशासन के लिए हमेशा से चुनौती रहा है। चुनाव में हिंसक और खूनी संघर्ष होना सामान्य बात है। जिला प्रशासन ने 180 गांव ऐसे चिन्हित किए हैं जहां चुनाव के दौरान विवाद और हिंसा होती है।
इन 180 गांव के 694 बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान करने के लिए सशस्त्र बल तैनात किया जाएगा, इसके लिए जिला पुलिस ने सुरक्षा बलों की 19 कंपनियों की मांग की है।गौरतलब है, कि लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होना है।
चुनाव के लिए मुरैना जिले में 1706 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 180 गांव के 694 बूथ ऐसे हैं, जहां दबंगों का प्रभाव है। इन मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को दबंग व प्रभावशाली लोग प्रभावित करते हैं और मतदान के दौरान इन्हीं गांवों में सबसे ज्यादा विवाद, उत्पात व हिंसा होती है।

इन मतदान केंद्रों पर चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए सशस्त्र जवान तैनात किए जाएंगे, इसी के लिए मुरैना पुलिस ने सशस्त्र बलों की 18 कंपनियों की मांग की है। एक कंपनी ने 80 से 100 जवान होते हैं। अभी तक जिले में एक कंपनी ने आमद भी दे दी है।
अगर जिले को 17 कंपनियां और मिलती हैं, तो 18 गांवों के 694 संवेदनशील मतदान केंद्रों पर तीन-तीन जवान हथियारों के साथ तैनात होंगे। इनमें से सर्वाधिक 135 बूथ सुमावली विधानसभा में हैं, जबकि सबसे कम 89 बूथ सबलगढ़ विधानसभा के हैं।
14 हो चुके चुनाव के दौरान आदतन अपराधी किसी भी तरह से माहौल खराब न कर सकें या फिर हिंसा न फैला सके। इसीलिए जिलेभर के थाना प्रभारियों ने 110 से ज्यादा ऐसे आदतन अपराधियों को न सिर्फ चिन्हित किया है, बल्कि इन्हें ग्वालियर-चंबल की सीमा से बाहर करने के लिए जिला बदर करने का प्रस्ताव भी एसपी की अनुशंसा पर कलेक्टर न्यायालय में भेज दिया गया है।
कलेक्टर न्यायालय अब तक 14 बदमाशों को जिला बदर भी कर चुका है। गौरतलब है, कि जिला बदर हुए बदमाश एक साल की अवधि के लिए मुरैना ही नहीं बल्कि पड़ोसी जिले भिंड, ग्वालियर, श्योपुर और शिवपुरी जिले की सीमा से बाहर कर दिए जाते हैं।
जिला बदर के अलावा 6000 से ज्यादा लोगों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई अब तक हो चुकी है। प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के तहत झगड़ा करने वाले दोनों पक्षों को छह-छह महीने के लिए बाउंड ओवर किया जाता है।
इन बूथों पर लगेगा सशस्त्र बल
मुरैना - 104 दिमनी - 122 अंबाह - 123 सुमावली - 135 जौरा - 121 सबलगढ़ - 89 नोट - छह विधानसभाओं में यह बूथ संवेदनशील हैं।
श्योपुर लोकसभा सीट पर चुनावी अधिसूचना कल यानी 12 अप्रैल से जारी हो जाएगी। इसी के साथ प्रत्याशियों के नामांकन फार्म भी जमा होना शुरू हो जाएंगे। नामांकन जमा करने की अंतिम तारीख 19 अप्रैल तय की गई है और 22 अप्रैल को नामांकन वापसी होगी।
गौरतलब है, कि मुरैना-श्योपुर सीट से कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी तय हो गए हैं, लेकिन बसपा का उम्मीदवार अब तक घोषित नहीं हो सका है। राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चा के दौरान गुरुवार तक बसपा का प्रत्याशी भी सामने आ सकता है।
विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव भी जिले में शांतिपूर्ण तरीके से करवाए जाएंगे। संवेदनशील बूथों पर सशस्त्र जवान तैनात होंगे, इसके लिए 18 कंपनियां मांगी गई है। 110 से ज्यादा बदमाशों को जिला बदर करने का प्रस्ताव कलेक्टर न्यायालय में विचाराधीन है। लोग निडर होकर शांतिपूर्ण माहौल में मतदान कर सकें, ऐसी व्यवस्था की जाएंगी। - डॉ. अरविंद ठाकुर एसपी, मुरैना