Morena News: कोटा बैराज के दो गेट खुले तो चंबल का जलस्तर बढ़ने लगा, खतरे का निशान अभी दूर
नदी के बढ़ते हुए पानी को देखकर ग्रामीण जरूर डरे हुए नजर आए, इसकी वजह है कि जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंचते ही एक सैंकड़ा से अधिक गांव प्रभावित हो जाते है। यहां नदी में बाढ़ के हालात बन जाते हैं। प्रशासन ने भी अभी किसी तरह का अलर्ट घोषित नहीं किया है।
Publish Date: Tue, 24 Jun 2025 07:04:17 PM (IST)
Updated Date: Tue, 24 Jun 2025 07:05:26 PM (IST)
चंबल के उसैद घाट क्षेत्र में चंबल का बढ़ा हुआ जलस्तर।HighLights
- राजघाट पर खतरे का निशान 138 मीटर पर है।
- इससे खतरे का निशान साढ़े नौ मीटर नीचे है।
- इससे अभी तक किसी तरह की परेशानी नहीं है।
नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। चंबल नदी का जलस्तर मंगलवार को अचानक बढ़ने लगा। जिसे देखते ही पता चल गया कि कोटा बैराज के गेट खोले गए हैं। यहां बैराज के दो गेट पांच-पांच फीट तक खोले गए हैं। इनसे 6253 क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा जा रहा है। इस पानी की वजह से यह जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ है। मुरैना में सबलगढ़ से लेकर अंबाह तक हर घाट पर पानी बढ़ा हुआ नजर आ रहा है। हालांकि अभी खतरे की स्थिति नहीं है।
उल्लेखनीय है कि चंबल नदी का जलस्तर सुबह से ही बढ़ना शुरू हो गया था। शाम चार बजे तक मुरैना में राजघाट का जलस्तर 128.55 मीटर मापा गया है। राजघाट पर खतरे का निशान 138 मीटर पर है। इससे अभी खतरे का निशान साढ़े नौ मीटर नीचे है। इससे अभी तक किसी तरह की परेशानी नहीं है।
कोटा बैराज के कैचमेंट एरिया में लगातार हुई बारिश का असर देखने को मिला। जिसकी वजह से इसके दो गेटों को अभी खोला गया है। जिसकी वजह से यह जलस्तर बढ़ता जा रहा है। नदी के बढ़ते हुए पानी को देखकर ग्रामीण जरूर डरे हुए नजर आए।
इसकी वजह है कि जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंचते ही एक सैंकड़ा से अधिक गांव प्रभावित हो जाते है। यहां नदी में बाढ़ के हालात बन जाते हैं। प्रशासन ने भी अभी किसी तरह का अलर्ट घोषित नहीं किया है। इसकी वजह भी यही है कि इतनी तादाद में पानी नहीं आया, जिससे खतरा बढ़ जाए।