हरिओम गौड़, मुरैना, MP By Elections। यह गांव जनप्रतिनिधि पैदा करता है। आबादी दो हजार भी नहीं, मतदाताओं की संख्या केवल 1106 लेकिन अब तक पांच विधायक दे चुका है। एक विधायक तो दो बार मंत्री का ओहदा पा चुके हैं। यह मुरैना जिले के सुमावली विधानसभा क्षेत्र का छोटा सा गांव है नायकपुरा। नाम के अनुरूप ही यह 'नायक' यानी नेता देता है। इसी खासियत की वजह से यह गांव मुरैना जिले की राजनीति का सिरमौर है। अकेले चंबल ही नहीं, बल्कि संभवत: मध्य प्रदेश का यह इकलौता गांव है, जहां से पांच नेता विधायक बने हैं।
नायकपुरा की आबादी महज 1996 हैं। इस गांव ने प्रदेश के पहले विधानसभा चुनाव (वर्ष 1951) में ही विधायक दे दिया था। 1951 में पहली विधानसभा के लिए गांव के सोवरन सिंह कंषाना विधायक चुने गए। इसके बाद 16 विधानसभा चुनावों में नायकपुरा का कोई न कोई नेता किसी न किसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ता रहा है। वर्ष 2018 के चुनाव में इस गांव के दो नेता ऐदल सिंह कंषाना और रघुराज सिंह कंषाना एक साथ विधायक बने थे। रोचक यह भी है कि ये दोनों ही कांग्रेस छोड़कर अब उपचुनाव में भाजपा के संभावित प्रत्याशी हैं।
नायकपुरा से ये नेता पहुंचे विधानसभा तक
-1951 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर नायकपुरा के निवासी सोवरन सिंह कंषाना मुरैना सीट से विधायक बने थे।
- 1972 के चुनाव में हरीराम सर्राफ (कंषाना) मुरैना विधानसभा सीट से विधायक बने।
- 1985 में नायकपुरा के कीरतराम कंषाना कांग्रेस के टिकट पर सुमावली विधानसभा सीट से विधायक बने।
- 1993 व 1998 में नायकपुरा के ही ऐदल सिंह कंषाना बसपा के टिकट पर सुमावली सीट से विधायक बने। इसके बाद कांग्रेस से वर्ष 2008 व 2018 में विधायक बने। 1998 में राज्यमंत्री रहे और 2020 में कैबिनेट मंत्री हैं।
- वर्ष 2018 में नायकपुरा के मूल निवासी रघुराज कंषाना मुरैना सीट से कांग्रेस से विधायक बने। अब उपचुनाव में भाजपा के लगभग तय प्रत्याशी हैं।
उधर, ग्रामीण भी इससे खुश रहते हैं। नायकपुरा गांव की सरंपच कैलादेवी का कहना है कि हमारा गांव भले छोटा है लेकिन जब यहां का नाम प्रदेश में गूंजता है तो हमें भी गर्व होता है। पार्टी भले कोई भी हो विधायक के नाम से गांव का नाम जुड़ता ही है। ग्रामीण रामनिवास कंषाना और रामबरन पाराशर करते हैं कि विधायक के कारण गांव में काम भी जल्दी हो जाते हैं।
इस उपचुनाव में नायकपुरा के तीन प्रत्याशी
मुरैना जिले में पांच विधानसभा क्षेत्रों जौरा, मुरैना, सुमावली, अंबाह व दिमनी में उपचुनाव हो रहे हैं। पांच में से तीन विधानसभा क्षेत्रों में नायकपुरा के रहने वाले तीन नेता चुनाव लड़ेंगे। सुमावली सीट से ऐदल सिंह कंषाना, मुरैना से रघुराज सिंह कंषाना भाजपा के लगभग तय प्रत्याशी हैं। नायकपुरा के ही राजेंद्र सिंह कंषाना को बसपा ने दिमनी से प्रत्याशी बनाया है।
लालौर व मांगरौल भी का भी दबदबा
मुरैना जिले के मांगरौल व लालौर भी ऐसे ही गांव हैं। यहां से अब तक दो-दो मूल निवासी विधायक बन चुके हैं। मांगरौल से बूंदीलाल रावत और मेहरबान सिंह रावत सबलगढ़ विधानसभा सीट से विधायक बने। लालौर के कृषि राज्य मंत्री गिर्राज व बलवीर डण्डोतिया विधायक बने।