हरिओम गौड़, मुरैना (MP Police Bharti Scam): पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा-2023 में अपनी जगह साल्वर बैठाकर पास होने वाले कई अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उन लोगों की भी पहचान कर ली है, जिनकी आईडी से आधार में फोटो और अंगुलियों का बायोमेट्रिक बदला गया था। इस तरह सॉल्वर परीक्षा केंद्र तक पहुंच गए थे।
मुरैना में फर्जी ढंग से भर्ती हुए सात नव आरक्षकों पर केस दर्ज हुआ है। जांच में पता चला है कि लोक सेवा केंद्र और बैंक कर्मचारियों ने अपनी आईडी देकर गलत ढंग से आधार अपडेट करवाकर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया।
कोतवाली थाना पुलिस ने उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के ओवरसीज बैंक के कर्मचारी दीपक कुमार को पकड़ा है। दीपक की आईडी से अंबाह के लुखरियाई गांव निवासी करतार सिंह सखबार का आधार अपडेट कर सॉल्वर का फोटो और फिंगर प्रिंट बदले गए थे।
करतार सिंह ने सॉल्वर बैठाकर लिखित परीक्षा तो पास कर ली, लेकिन शारीरिक परीक्षा से पहले आधार अपडेट करवाने के कारण पकड़ा गया। इसी तरह मुरैना के कैलारस में कियोस्क (छोटा सेंटर) चलाने वाले अनूप धाकड़ की आईडी से जौरा के आम का पुरा निवासी बृजेश कुमार जाटव का आधार अपडेट किया गया था।
आधार में फोटो व अंगुलियों के बायोमेट्रिक बदलकर बृजेश की जगह लवकुश पुत्र परमाल सिंह परीक्षा देने आया था। शारीरिक परीक्षा से पहले आधार अपडेट करवाने के कारण पकड़ा गया। अनूप धाकड़ फरार है। इसी तरह शिकारपुर के कियोस्क संचालक अनुज यादव को भी पुलिस तलाश रही है।
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जांच में पता चला है कि आधार में फोटो व अन्य बायोमेट्रिक अपडेट करवाया जाता है तो इसमें करीब 15 दिन लग जाते हैं। लिखित और शारीरिक परीक्षा में अभ्यर्थी के केवल अंगूठे से ही बायोमैट्रिक जांच की जाती है, इसलिए आरोपियों ने बार-बार केवल अंगूठे का बायोमेट्रिक बदलवाया, इससे आधार जल्दी अपडेट हो गया।
सॉल्वर या फिर शारीरिक परीक्षा के लिए दूसरा व्यक्ति भी ऐसा चिह्नित किया गया, जिसकी शक्ल मूल आवेदक से कुछ मिलती-जुलती हो। ऐसे में फोटो पूर्णतः स्पष्ट नहीं लिया जाता था और इस तरह फर्जीवाड़ा किया जाता था।
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पुलिस जांच में ग्वालियर के टुडीला निवासी अमिताभ रावत का नाम भी सामने आया है। वह आरक्षक भर्ती की दोनों परीक्षाएं पास करवाने का ठेका लेता था। पुलिस अफसरों के अनुसार अमिताभ रावत केवल अपने समाज के युवकों का ही ठेका लेता था।
एक अभ्यर्थी से पांच से दस लाख रुपये लेकर उनकी जगह बिहार से सॉल्वर लाने और शारीरिक परीक्षा के युवक चिह्नित करने से लेकर, आधार अपडेट कराने तक का ठेका लेता था।