नईदुनिया न्यूज, पहाड़गढ़। जनपद पंचायत पहाड़गढ़ में मंगलवार को आयोजित सामान्य सभा की बैठक में एक अनोखा और चिंताजनक दृश्य देखने को मिला। बैठक के लिए चुने गए 25 जनपद सदस्यों में से सिर्फ 9 प्रतिनिधि ही स्वयं उपस्थित हुए, जबकि कई महिला सदस्यों की जगह उनके पति बैठक में शामिल हुए। जब इन गैर-चुने हुए प्रतिनिधियों ने बैठक की कार्यवाही (प्रोसिंडिंग) पर हस्ताक्षर करने की कोशिश की, तो जनपद के सीईओ महावीर एन बौद्ध ने उन्हें तत्काल रोक दिया और केवल वैध रूप से चुने गए प्रतिनिधियों से ही हस्ताक्षर कराए।
बैठक में जनपद अध्यक्ष अंगूरी धाकड़, उपाध्यक्ष मयंक त्यागी, सीईओ महावीर एन बौद्ध समेत कुछ अधिकारी उपस्थित रहे। लेकिन अधिकांश विभागों के जिम्मेदार अधिकारी गैरहाजिर पाए गए, जिस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए उन्हें नोटिस जारी करने की बात कही गई।
बैठक के दौरान यह भी सामने आया कि जनपद मुख्यालय पर अधिकारियों के लिए कंप्यूटर उपलब्ध नहीं हैं, जिससे प्रशासनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इस पर नया कंप्यूटर खरीदने का प्रस्ताव पास किया गया।
कई सदस्यों ने शिकायत की कि उप स्वास्थ्य केंद्रों पर स्टाफ नदारद रहता है, जिससे ग्रामीणों को इलाज के लिए दूरदराज जाना पड़ता है।
इसके अलावा, कई पंचायतों में आंगनबाड़ी भवन ही नहीं हैं, जिससे कार्यकर्ता अपने घरों से मनमाने ढंग से केंद्र चला रही हैं, जिससे पारदर्शिता और गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है।
बैठक में बीआरसी (ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर) द्वारा शिक्षा विभाग की योजनाओं की जानकारी दी गई, जबकि कृषि विभाग के अधिकारी रामपाल गौड़ ने अपनी विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की।