
नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। पांच साल पहले हुए छैरा जहरीली शराब कांड के बाद भी मुरैना में ओपी केमिकल (स्प्रिट) से बनने वाली शराब पर अंकुश नहीं लगा, बल्कि दूसरे राज्यों के तस्कर मुरैना में आकर इस जहरीले केमिकल से अवैध शराब बनाने का काम बहुत ही बड़े स्तर पर कर रहे हैं। यह डरावनी हकीकत रिठौरा पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में सामने आई है, जब टीकरी गांव में 14,520 लीटर ओपी केमिकल पकड़ा। जिले में पहली बार इतनी मात्रा में ओपी केमिकल पहली बार पकड़ा गया है।
मंगलवार की रात रिठौरा थाना प्रभारी पिपरसेवा इंडस्ट्री एरिया क्षेत्र गश्त कर रहे थे। इसी दौरान मुखबिर ने सूचना दी कि टीकरी गांव के भारत सिंह पुत्र नारायण सिंह गुर्जर के मकान के बगल में बने टिनशेड में भारी मात्रा में ओपी केमिकल भरा हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम का देखते ही टिनशेडनुमा गोदाम से दो लोग पीछे कूदकर पहाड़ियों की तरफ भाग गए। टिनशेड में 67 ड्रम व 28 केन में 14520 लीटर ओपी केमिकल मिला, जिसका बाजार मूल्य लगभग 25 लाख रुपये है। पूछताछ हुई तो पता चला, कि यह गोदाम भारत सिंह गुर्जर का है, जिसे करीब छह महीने पहले राजस्थान के अलवर जिले की कोतवाली थाना क्षेत्र में आने वाले जगरे का पुरा निवासी राहुल पुत्र रामफूल वर्मा को किराए पर दिया था।
राहुल वर्मा और उसका एक साथी इस केमिकल से शराब बनाते थे और केमिकल को अवैध शराब बनाने वालों को सप्लाई करते थे। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया है, कि राहुल वर्मा का यह अवैध काम छह महीने से चल रहा है। इससे सवाल खड़ा हुआ, कि पुलिस को इतनी मात्रा में ओपी आने और यहां से खपने की भनक क्यों नहीं लगी। सूचना के बाद मौके पर आबकारी उप निरीक्षक वर्धमान जैन अपने अमले के साथ पहुंचे। केमिकल की मात्रा इतनी थी कि हर ड्रम व केन से लिए गए सैंपलों की मात्रा लगभग 95 लीटर हो गई। रिठौरा थाना प्रभारी संतोष बाबू गौतम ने बताया कि राहुल वर्मा व एक अज्ञात पर केस दर्ज किया है।
आरोपितों की तलाश में पुलिस टीमें लगाई गई हैं। इससे बन जाती 50 हजार लीटर नकली शराब टीकरी गांव में पकड़े गए ओपी केमिकल में एल्कोहल की मात्रा 62.8 फीसद है। एल्कोहल की इतनी मात्रा वाले एक लीटर ओपी केमिकल से तीन से साढ़े तीन लीटर नकली शराब आसानी से बन जाती है। यानी जब्त हुए 14520 लीटर ओपी केमिकल से आसानी से 50 हजार लीटर नकली शराब बन सकती थी। संतुलन बिगड़ने पर यही नकली शराब जहरीली हो जाती है। जांच का विषय यह है कि इतनी मात्रा में ओपी केमिकल आ कहा से रहा था और यहां से किन-किन लोगों को सप्लाई हो रहा था।
बागचीनी थाना क्षेत्र के छैरा गांव में जनवरी 2021 में ओपी केमिकल (स्प्रिट) से बनी जहरीली शराब पीने से 24 लोगों की मौत हुई थी। जहरीली शराब से मौतों का क्रम 11 जनवरी से 22 जनवरी यानी 11 दिन चला और मानपुर पृथ्वी, छैरा, पड़ावली, हिम्मतगढ़, छिछावली का पुरा, हड़बांसी, महाराजपुरा, मीरपुर व उप्र के जैतपुर-रैपुर सहित कुल 12 गांवों में जहरीली शराब से 24 मौतें हुई। इस मामले में बीते 17 नवंबर को ही जौरा कोर्ट ने 14 दोषियों को 10-10 साल की सजा और 17.73 लाख रुपये के जुर्माने से दंडित किया है।