
नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। मुरैना में जितनी पैथलॉजी लैबों का पंजीयन स्वास्थ्य विभाग में हैं, उससे छह गुना अधिक पैथोलॉजी जिलेभर में चल रही हैं। इन लैबों के संचालन में अजीब फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसमें एक पैथलाजिस्ट डा. एसएस भदौरिया के नाम से मुरैना के अलावा ग्वालियर और भिंड जिले में कुल सात पैथलाजी लैब चल रही हैं।
इसकी शिकायत कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ के पास पहुंची। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और कैलारस व सबलगढ़ में डा. भदौरिया के नाम से चल रहीं दो लैब पर प्रशासन के ताले जड़े गए। गुरुवार को कुल पांच लैबों पर सीलिंग की कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा की गई है।
दरअसल, बबलू यादव नाम का एक युवक कलेक्टर जांगिड़ के पास पहुंचा और बताया कि डा. सतेंद्र सिंह भदौरिया (डा. एसएस भदौरिया) पैथलाजिस्ट कंसलटेंट हैं। उनके नाम से कैलारस में सरकारी अस्पताल के पास दीपक पैथोलाजी लैब 18 साल से चल रहा है, जो अवैध है। इसी पैथोलाजिस्ट डा. भदौरिया के नाम से सबलगढ़ के संतर नंबर तीन धर्मपुरी गली में संजीवनी पैथोलाजी लैब चल रही है। इसी तरह ग्वालियर के थाटीपुर में ज्ञान पैथोलाजी लैब, थाटीपुर द्वारिकाधीश मंदिर के पास जी स्टार पैथोलाजी, भिंड के गोरमी में मुस्कान पैथोलाजी है।
इन सभी सात लैबों में पैथोलाजिस्ट डा. एसएस भदौरिया के नाम से ही जांच रिपोर्ट दी जा रही हैं। सबलगढ़-कैलारस में पांच अवैध लैब सीलशिकायत के बाद कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के नट-बोल्ट कसे। नतीजा टीम कैलारस-सबलगढ़ में पहुंची। जिला टीकाकरण अधिकारी डा. अजय गोयल ने सबसे पहले कैलारस बीएमओ डा. शोभाराम मिश्रा को साथ लेकर अवैध रूप से चल रही दीपक पैथोलाजी को सील किया। इसके बाद सबलगढ़ बीएमओ डा. रेवानंद शर्मा को साथ लेकर सबलगढ़ की संजीवनी पैथोलाजी को सील किया। इनके अलावा कैलारस में गर्ग पैथोलाजी, बालाजी पैथोलाजी, आरोग्य लैब को भी सील किया गया है।
डा. एसएस भदौरिया अपने नाम को अवैध पैथोलाजी लैब संचालकों को बेचते हैं। उनके नाम की मुहर लगाकर अप्रशिक्षित लोग मरीजों की जांच करके रिपोर्ट थमा देते हैं। इसलिए जांचों में अंतर भी होता है। डा. भदौरिया का यह फर्जीवाड़ा सात साल पहले ग्वालियर स्वास्थ्य विभाग ने पकड़ा, तत्कालीन सीएमएचओ डा. मृदुल सक्सेना ने डा. भदौरिया को नोटिस दिया, इसके बाद पूरी फाइल बंद कर दी गई।
कैलारस और सबलगढ़ में डा. भदौरिया के नाम से फर्जी पैथोलाजी चलने की शिकायत पहुंची थी। उसी के तारतम्य में कुछ पांच अवैध लैबों को सील किया गया है। संचालकों को नोटिस भी जारी किए जा रहे हैं। अजय गोयलजिला टीकाकरण अधिकारी, मुरैना।