नईदुनिया प्रतिनिधि, नरसिंहपुर। नरसिंहपुर में रेप के फर्जी मामले दर्ज कराने की धमकी देकर रुपये वसूलने वाले एक गिरोह का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में नए बस स्टैंड स्थित जय श्रीराम ट्रैवल्स ऑफिस से भाजपा नेता छुट्ट महाराज उर्फ बृजेंद्र दुबे को 30,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। हालांकि गिरफ्तारी के कुछ ही घंटों बाद आरोपित को थाने से छोड़ दिए जाने पर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे हैं।
धनारे कालोनी निवासी पीड़ित राजेश जैन ने पुलिस को शिकायत दी कि आरोपी छुट्ट महाराज ने उन्हें अपने ट्रैवल्स आफिस बुलाया और धमकाया कि महिला थाने में उनके खिलाफ रेप का केस दर्ज है। इससे बचने के लिए उन्हें पैसों का इंतजाम करना होगा। इस दौरान पूना बाई चौधरी और संदीप राजपूत भी मौके पर मौजूद थे। गिरोह ने पीड़ित राजेश से दो लाख रुपये की मांग की थी।
पीड़ित राजेश जैन ने तुरंत इस मामले की जानकारी पुलिस और अधिवक्ता संघ को दी, जिसके बाद एक विशेष टीम ने आरोपित को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। जैसे ही राजेश ने छुट्ट महाराज को तीस हजार रुपये दिए, पुलिस ने उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। आरोपित बृजेंद्र दुबे वर्ष 2022 में शहर के मुशरान वार्ड से भाजपा के टिकट पर पार्षद का चुनाव भी लड़ चुका है।
इस मामले में सबसे हैरानी की बात यह रही कि पुलिस ने आरोपित भाजपा नेता छुट्ट महाराज को रात में ही थाने से छोड़ दिया। छूटते ही अगले दिन शुक्रवार को आरोपित ने पीड़ित के घर पहुंचकर शिकायत वापस लेने की धमकी दी। पीड़ित ने अपनी सुरक्षा की गुहार लगाते हुए इस संबंध में एसपी को दोबारा शिकायती आवेदन दिया है।
स्टेशनगंज थाना प्रभारी रत्नाकर हिंग्वे ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर छुट्टू उर्फ बृजेंद्र महाराज, संदीप राजपूत और पूना बाई चौधरी के खिलाफ बीएनएस की धारा 308(2) और 3(5) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
इस घटनाक्रम के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर आरोपित के रंगे हाथ पकड़े जाने का वीडियो शेयर करते हुए भाजपा पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने लिखा कि मध्यप्रदेश में भाजपाई जो न करें, वही कम है। हर गोरखधंधे में कहीं न कहीं कोई भाजपाई सामने आ जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता के संरक्षण में नेताओं ने वसूली को हथियार बना लिया है।