नरसिंहपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कोविडकाल के दौरान पिछले दो साल से ट्रेनों का सामान्य संचालन बंद था। हालांकि रेल बोर्ड द्वारा 1 अक्टूबर से ट्रेनों के सामान्य रूप से संचालन संबंधी आदेश के बाद आमजन को राहत की आस थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आदेश के पांच दिन बाद भी ट्रेनें स्पेशल से सामान्य नहीं हो सकीं। इनके नंबर में शून्य अब तक बरकरार है, जनरल टिकट भी मिलना भी शुरू नहीं हुआ है। सिर्फ मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट) ट्रेन में ही मासिक सीजन टिकट (एमएसटी) की शुरुआत हो सकी है।
रेल बोर्ड नई दिल्ली द्वारा 30 सितंबर को एक पत्र जारी किया गया था, जिसके अनुसार 1 अक्टूबर से ट्रेनों का कोरोनाकाल से पहले की तरह संचालन करने की बात कही गई थी। पत्र के अनुसार सभी नंबरों में शून्य लगाकर जिन-जिन ट्रेनों को स्पेशल बनाकर चलाया जा रहा था, वे मार्च 2020 के पूर्व की तरह की संचालित होंगी। यात्रियों को कम व अधिक दूरी तक के सफर के लिए जनरल टिकट भी मिल सकेगी। यह सूचना सार्वजनिक होने के बाद आमजन भी उत्साहित था कि वह अब आसानी से बिना आरक्षित टिकट के नियमित रूप से कम खर्चे में आसपास के जिलों में सफर कर सकेगा। नौकरीपेशा, विद्यार्थी, कुरियर व अन्य छोटे व्यापारी भी उत्साहित थे कि गोटेगांव, जबलपुर, कटनी, गाडरवारा, इटारसी आदि स्टेशनों के बीच वे आसानी से सफर कर पाएंगे लेकिन उनकी उम्मीदें पूरी नहीं हुई। वर्तमान में ट्रेनें स्पेशल बनकर ही दौड़ रहीं हैं। हालांकि दो दिन पहले आए नए आदेश में जो ट्रेनें चल रहीं हैं, उनके समय में 2 से 20 मिनट तक फेरबदल हुआ है। वहीं जिले के आम यात्रियों के लिए सफर का इकलौता विकल्प मेमू ट्रेन ही है, जो आंशिक राहत है। इस मेमू ट्रेन में मासिक सीजन टिकट पूर्व की दरों पर मिलना शुरू हो गई है।
इनका ये है कहना
अभी ट्रेनें शून्य लगकर स्पेशल रूप में ही चल रहीं हैं। जनरल टिकट से यात्रा करने संबंधी आदेश फिलहाल हमारे पास नहीं आए हैं। एमएसटी की शुरुआत सिर्फ मेमू ट्रेन में ही की गई है। इसकी दर मार्च 2020 के पहले की ही रखी गई है।
संजय सोनकर, स्टेशन अधीक्षक, नरसिंहपुर।