नरसिंहपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि, Narsinghpur News। जिले में गन्ने की अच्छी पैदावार के मद्देनजर किसानों को सीधे लाभ पहुंचे, इसके लिए जिला प्रशासन की कोशिश गुड़ उद्योग को बढ़ावा देने की है। इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। ये बात मप्र व नरसिंहपुर के 64वें स्थापना दिवस पर कलेक्टर वेदप्रकाश ने कही। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संपदा से समृद्ध जिले में पर्यटन के विभिन्न केंद्रों को विकसित करने के लिए रोडमैप तैयार कराया जा रहा है।
नईदुनिया से खास मुलाकात में कलेक्टर वेदप्रकाश ने कहा कि जिले में परंपरागत रूप से बनने वाले गुड़ की मिठास आसपास के जिलों में भी प्रसिद्ध है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन इस कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने की नीति पर काम कर रहा है, ताकि किसानों को सीधा लाभ मिले, गरीब मजदूरों के लिए अधिकतम रोजगार सृजित किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमने गुड़ भट्टी लगाने के लिए नियमों को आसान बनाया है। इसका नतीजा ये है कि गुड़ उद्योग में दिल्ली, उत्तरप्रदेश से बड़ी संख्या में काम करने के लिए मजदूर आने लगे हैं। कलेक्टर ने कहा कि इस उद्योग की बेहतरी के लिए हरसंभव प्रयास करने में जिला प्रशासन पीछे नहीं रहेगा। इसके अलावा जिला प्रशासन पर्यावरण को संरक्षित रखने के लिए पर्यटन के विभिन्न् केंद्रों को विकसित करने की योजना पर भी काम कर रहा है।
इस क्रम में शहर के बीचोबीच से गुजरने वाली सींगरी नदी के तटों का सौंदर्यीकरण प्रमुख है। इसके अलावा वारुरेवा नदी के पुनर्जीवन के लिए इसमें नहरों के जरिये नर्मदा का पानी लाने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए विशेषज्ञों की टीम काम कर रही है। इसी तरह जिला मुख्यालय में स्टेडियम व चर्च मैदान के बीच में खाली पड़े तिकोने स्थल को सिटी प्लाजा के रूप में विकसित करने की तैयारी शुरू हो गई है। यहां पर पार्क, फुटपाथ का निर्माण किया जाएगा। खास बात ये है कि इस स्थल को पूरी तरह से ब्लैक स्टोन से तैयार करने की योजना है। इसका नक्शा, लेआउट आदि डिजाइन किया जा चुका है। जल्द ही इसका निर्माण भी शुरू हो जाएगा। इस निर्माण की खासियत ये होगी कि यहां सीमेंट का इस्तेमाल जरा भी नहीं होगा। इस खास प्लाजा के निर्माण का उद्देश्य बच्चों, युवाओं व बुजुर्गों को स्वस्थ माहौल प्रदान करना है। जबलपुर के भंवरताल गार्डन की तर्ज पर इसे निर्मित किया जाएगा।