नीमच। नारायण नाम का स्मरण करने से मनुष्य को मोक्ष मिलता है। इसलिए सभी को उच्च आदर्शों की प्राप्ति के लिए प्रतिदिन अच्छे विचारों का स्मरण कर नारायण को जपना चाहिए। यह बात पंडित पंकजकृष्ण शास्त्री ने कही। वे शहर के भूतेश्वर महादेव मंदिर पर आयोजित श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा के दौरान शनिवार को बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मनुष्य अच्छे कर्म करेगा तो उसे अच्छे फल की प्राप्ति होगी। संसार के त्याग के बिना जीवन का कल्याण नहीं मोह का उत्पन्न होना आसक्ति है। कड़वे बोल से मनुष्य की दुर्दशा हो सकती है। मनुष्य को जितना हो सके उतनी दीन दुखियों की सहायता करनी चाहिए। उनकी सेवा ईश्वर की सच्ची सेवा के समान होती है। नारायण की सेवा करेंगे तो माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहेगी। कथा के दौरान पं. शास्त्री ने कई प्रसंगों का संगीतमय रुप में वर्णन कि या और कई भजनों की प्रस्तुतियां दी। इस पर कथा पंडाल में उपस्थित श्रद्धालु नृत्य कर भगवान के जयकारे लगाते नजर आए। कथा में पृथ्वी, अजामिल, भरत, गोमाता, मनु महाराज, राजा बलि सहित अन्य प्रसंगों को बताया गया। महाआरती के बाद प्रसादी वितरित की गई।
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संसार का अद्वितीय ग्रंथ है रामायण
नीमच। जीवन को सही दिशा रामायण से मिलती है। संसार में अद्वितीय ग्रंथ आज भी रामायण ही है। मानव अपना जीवन भगवान राम जैसा बनाने का प्रयास हमेशा करते रहे। यह बात पंडित दशरथ भाई महाराज ने कही। वे ग्राम दारु में आयोजित राम कथा के सातवें दिन शनिवार को बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान की भक्ति करने वाले की कोई जाति नहीं होती है। वो के वल ईश्वर का भक्त होता है। जो मनुष्य भगवान की शरण में जाता है उसका दूसरा जन्म हो जाता है। बेटी को ससुराल में रहना है तो मायके में ससुराल की बात नहीं करें। बेटी का जीवन गंगाजल की तरह निर्मल होना चाहिए। मां शबरी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमारे समाज में ऐसी परंपरा हो उसे बंद कर देना चाहिए। शबरी माता ने जीवों की हत्या होने के चलते विवाह करने से मना कर दिया था। माता पिता को अपनी संतान को नैतिक संस्कार अवश्य देने चाहिए। इससे उनके जीवन का और समाज का कल्याण संभव हो सके गा। कथा के दौरान पं. महाराज ने भजनों की प्रस्तुतियां भी दी। महाआरती और रामायण पूजन के दौरान रणवीर सिंह ठाकु र, रमेश वारुंडिया, जमना दास बैरागी, प्रभु दास बैरागी, भंवरलाल आंजना, निर्भय सिंह शक्तावत, रतनलाल आंजना, सुनील पुरोहित, डॉ. रोहित धाकड़, डॉ. ज्योति धाकड़, महंत राजेश्वर दास, रामकृष्ण दास, राजेंद्र दास, अनूप धनोतिया, बालचंद्र देवड़ा, राजेश गुप्ता, बालकृष्ण प्रधान, सुनील जैन, योगेश पालीवाल, आशीष कु मार, शिवनारायण पाटीदार, भेरुलाल प्रजापति, डॉ. लक्ष्मीनारायण पाटीदार, मुके श माली, पंडित शिवनारायण शास्त्री, बाबू ग्वाला सहित अन्य श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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संत का मंगल प्रवेश आज
नीमच। शहर में संत रजतचंद्र विजय मसा का मंगल प्रवेश 31 दिसंबर को होगा। यह प्रवेश सुबह 8 बजे से अग्रवाल पंचायत भवन बारादरी से जुलूस और रथयात्रा के साथ होगा। श्री पार्श्वनाथ राजेंद्रसूरी राजमल पानबाई डूंगरवाल चेरिटेबल ट्रस्ट अध्यक्ष राजेंद्र डूंगरवाल और संरक्षक सुशील डूंगरवाल ने बताया कि गुरुदेव राजेंद्र सूरीश्वर की 193 वीं जन्म जयंती और 113 वां स्वर्गारोहण दिवस पर गुरु सप्तमी महा महोत्सव के रुप में मनाया जाएगा। महोत्सव के पहले दिन 31 दिसंबर को दोपहर 12.39 बजे अठारह अभिषेक अनुष्ठान और रात 8 बजे भजन संध्या होगी। 1 जनवरी को दोपहर 12.39 बजे ऋषि मंडल महापूजन, शाम 7.30 बजे चौबीसी और मेहंदी वितरण, 2 जनवरी को सुबह 7.30 से 9 बजे तक नवकारसी के बाद गुरु सप्तमी पर्व, सुबह 9 बजे से वरघोड़ा, सुबह 10.30 बजे धर्मसभा, दोपहर 12.15 बजे आयंबिल, दोपहर 12.30 बजे से शहर के राठौर परिसर नवकार मंत्र और आराधक परिवार का स्वामी वात्सल्य होगा। इसके बाद दोपहर 1 बजे राजेंद्र सूरी महापूजा, शाम 7 बजे 108 दीपक से महाआरती और गुरुदेव की प्रतिमा की अंगरचना प्रतिदिन की जाएगी। महोत्सव के श्रद्धालुओं को तपस्वी और आयंबिल के लिए पूर्व पंजीयन कराना होगा। 2 जनवरी को दोपहर 1.39 बजे राजेंद्र सूरी गुरु पद महापूजन कार्यक्रम होगा। विधिकारक दर्शन जैन और अंगरचना गजेंद्र चंडालिया व संजय मंडालिया द्वारा बनाई जाएगी।
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कांग्रेस कार्यकता सम्मेलन हुआ
डीके न। ग्राम लापिया के त्रिवेणी महादेव मंदिर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सम्मेलन हुआ है। यह सम्मेलन रविवार को हुआ जिसमें सबसे पहले कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाया गया। इसके बाद कार्यकर्ताओं के स्थानीय मुद्दों पर विचार-विमर्श कि या गया। इनमें सड़क, पानी, बिजली, बारिश के पानी के निकासी, वन विभाग की परेशानी, राजस्व सहित अन्य समस्याओं का निराकरण करने के लिए रणनीति तैयार की। इस दौरान कांग्रेस के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष राजकु मार अहीर, नीलेश रावल, हबीब राही, जाहिद पठान, दशरथ पाटीदार, सुनील भट्ट, दिनेश पंवार, नारायण सतरंगी, युसुफ अली शेख, कु लदीप पालीवाल, रमेश गुर्जर, फजले नबी, शाकि र अंसारी, मदन गुर्जर, युवराज पालीवाल, मोईन मंसूरी, अशोक व्यास, अहमद शेख, शंभू चारण, परमानंद लोहार, घनश्याम पाटीदार, राके श परिहार, संजय मेघवाल सहित अन्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।