- मामला नेहा जोशी अपहरण कांड, 14 माह से पुलिस के हाथ खाली
मनासा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। नेहा जोशी अपहरण कांड में पुलिस अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय में में पालीग्राफी टेस्ट और नारको टेस्ट के लिए आवेदन लगाया है। उल्लेखनीय है कि 23 जनवरी 2021 की शाम चार बजे घर से गायब हुई नेहा जोशी के अपहरण कांड की रिपोर्ट पर पुलिस ने 24 जनवरी 2021 को गुमशुदगी दर्ज कर जांच प्रारंभ की। जांच में पुलिस ने धारा को बढ़ाते हुए धारा 365 व 366 में आरोपित शाहरुख पुत्र इकरार शाह, संदीप पुत्र रमेश मोरी, रविंद्र नाथ पिता प्रेम नाथ और एक बाल अपचारी को गिरफ्तार किया। इसके बाद सभी को न्यायलय में पेश किया गया। जहां से बाल अपचारी को बाल सुधार गृह भेज दिया। वहीं तीनों आरोपितों को रिमांड पर सौंपा।
इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपितों से गंभीर रूप से पूछताछ कर जेल भेज दिया, लेकिन पुलिस को नेहा जोशी का कोई सुराग नहीं लगा। इसके चलते नेहा जोशी के पिता द्वारा लगातार आवज उठाई गई। इसके चलते थाना प्रभारी केएल डांगी ने करीब दो माह पूर्व आरोपित संदीप और शाहरुख का नारको टेस्ट आवेदन न्यायालय में पेश किया था, लेकिन न्यायालय ने आवेदन खारिज कर दिया था। इसके बाद गुरुवार को पुलिस ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिलेश धाकड़ के न्यायालय में संदीप और शाहरुख का पोलोग्राफी टेस्ट के व आरोपित रविंद्र नाथ के नारको टेस्ट के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि आरोपित रविंद्र नाथ 23 जनवरी 2021 को सावन से वैन लेकर अपने तीन साथियों के साथ लोडकिया पहुंचा। जहां से नेहा जोशी को बिठाकर भादवा माता पहुंचे। जहां नेहा जोशी को छोड़ दिया, लेकिन नेहा वहां से गायब हो गई, जिसका अब तक पता नही चल सका है। मामले में एसपी सूरज कुमार वर्मा ने एसआइटी भी गठित कर दी है। वहीं नेहा जोशी के पिता राकेश जोशी पिछले 24 दिनों कलेक्टर कार्यालय में अनशन पर बैठे हैं, लेकिन अब तक उन्हे न्याय नहीं मिला है। गुरुवार को अनशन पर बैठे जोशी का स्वास्थ्य काफी बिगड़ गया। इसके बाद मौके पर पहुंचे डाक्टरों की टीम ने जोशी को अस्पताल में भर्ती होने को कहा है।