नीमच (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रेलवे ने कोरोना काल में लॉकडाउन के बाद देशभर में कई ट्रेनों का संचालन शुरू किया है। इनमें नीमच व मंदसौर रेलवे स्टेशन से भी सवारी गाड़ियों का परिचालन शुरू किया गया है, लेकिन शुरू की गई इन सात जोड़ी ट्रेनों का फायदा क्षेत्र के गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को नहीं मिल रहा है। मरीज बसों में अतिरिक्त किराया देकर इलाज के लिए उदयपुर व अहमदाबाद पहुंच रहे हैं। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता का खामियाजा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
शहर के रेलवे स्टेशन से गिनती की संख्या में ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ है। वर्तमान में स्टेशन से रतलाम व चित्तौड़गढ़ की ओर सात जोड़ी ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। इन ट्रेनों में अहमदाबाद के लिए एक भी सीधी ट्रेन नहीं है। वहीं उदयपुर के लिए चलने वाली पैसेंजर ट्रेन को भी अभी तक शुरू नहीं किया गया है। इससे सर्वाधिक परेशानी गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को उठाना पड़ रही है। उल्लेखनीय है कि जिले में कई ऐसे नागरिक हैं जो गंभीर बीमारी से ग्रसित होकर राजस्थान के उदयपुर व गुजरात के अहमदाबाद में अपना इलाज करा रहे हैं। लेकिन ट्रेन की सुविधा उपलब्ध नहीं होने से वे अपने इलाज के लिए संबंधित शहरों तक पहुंचने के लिए बसों का सहारा ले रहे हैं। शहर के भोलाराम कंपाउंड निवासी राजेश सैनी ने बताया कि उनके परिवार के एक सदस्य का अहमदाबाद के अस्पताल में इलाज चल रहा है, लेकिन सीधी ट्रेन की सुविधा नहीं होने से उन्हें मजबूरन बसों में अतिरिक्त किराया चुकाना पड़ रहा है। वहीं शहर की राजस्व कॉलोनी क्षेत्र में निवासरत पुनीत सिंह ने बताया कि उनका इलाज उदयपुर के अस्पताल में चल रहा है, परंतु वे भी पैसेंजर ट्रेन की सुविधा उपलब्ध नहीं होने से बसों पर ही आश्रित है। इन्होंने सांसद सुधीर गुप्ता से मांग की है कि वे मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लॉक डाउन के पहले से संचालित नाथद्वारा-ओखा एक्सप्रेस ट्रेन व मंदसौर से उदयपुर के बीच संचालित होने वाली पैसेंजर ट्रेनों की पुनः शुरुआत कर मरीजों व उनके स्वजनों को राहत प्रदान करें।
प्रतिदिन पांच हजार से अधिक यात्री करते थे ट्रेनों में सफर
नीमच जिले की आबादी 8.5 लाख से अधिक है। नीमच जिला राजस्थान का सीमावर्ती जिला है। जिला मुख्यालय पर रेलवे विभाग द्वारा रेलवे स्टेशन का संचालन किया जाता है। जिले की आबादी भी इसी स्टेशन से देश के अन्य राज्यों व जिलों के लिए यात्रा करती हैं। रतलाम और अजमेर मंडल के मध्य संचालित होने वाले नीमच स्टेशन से लॉक डाउन के पहले प्रतिदिन पांच हजार से अधिक नागरिक विभिन्ना शहरों तक पहुंचने के लिए ट्रेनों के माध्यम से सफर करते थे। वर्तमान में ट्रेनों की संख्या कम होने से नागरिकों को बसों का सहारा लेना पड़ रहा है।
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वर्तमान में संचालित ट्रेनें
रतलाम की ओर-
ट्रेन का नाम ट्रेन का नंबर
उदयपुर-बांद्रा 02902
जयपुर-भोपाल 09711
उदयपुर-इंदौर 09330
जौधपुर-इंदौर 04801
जयपुर-हैदराबाद 07019
जयपुर-हैदराबाद 02719
अजमेर-बांद्रा 02996
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चित्तौड़गढ़ की ओर-
बांद्रा-उदयपुर 02901
भोपाल-जयपुर 09712
इंदौर-उदयपुर 09329
इंदौर-जौधपुर 04802
हैदराबाद-जयपुर 02720
हैदराबाद-जयपुर 07020
बांद्रा-अजमेर 02995
इन ट्रेनों के संचालन की मांग
- मंदसौर-उदयपुर के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेन।
- नाथद्वारा-ओखा के बीच परिचालित होने वाली एक्सप्रेस ट्रेन।
- मंदसौर-मेरठ के बीच संचालित होने वाली लिंक एक्सप्रेस ट्रेन।
- मंदसौर-कोटा के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेन।
- रतलाम-चित्तौड़गढ़ के मध्य चलने वाली डेमू ट्रेन।
- इंदौर-भीलवाड़ा के बीच चलने वाली डेमू ट्रेन।
डेमू ट्रेन की हो सकती है शुरुआत
नीमच शहर के रेलवे स्टेशन से वर्तमान में भोपाल, जयपुर, हैदराबाद, बांद्रा, अजमेर, रतलाम व उदयपुर के लिए ट्रेनों का संचालन हो रहा है। विभाग द्वारा संचालित सभी ट्रेनों में कोविड गाइड लाइन के अनुरुप यात्रियों को सफर की अनुमति दी जा रही है। इंदौर-भीलवाड़ा के मध्य संचालित होने वाली डेमू ट्रेन भी जल्द शुरू हो सकती है। स्टेशन परिसर में कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। - पीआर मीणा, स्टेशन मास्टर नीमच