नईदुनिया प्रतिनिधि, पन्ना। पन्ना जिले के जनवार गांव में उद्यानिकी विभाग के द्वारा हितग्राही प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जहां मुख्यातिथि के रुप में जिले के प्रभारी मंत्री इंद्रर सिंह परमार पहुंचे हुए थे। इसी दौरान एक वृद्ध अपनी भतीजी के साथ कार्यक्रम स्थल में पहुंच हुए थे, इस कार्यक्रम में जिले के कलेक्टर ओर पुलिस अधीक्षक भी मौजूद रहे एवं प्रशासनिक अधिकारियों भी शामिल हुए।
तभी वहां पर कागजों में मृत वृद्ध पहुंचे और उन्होंने सभी के सामने प्रभारी मंत्री के पैरों के सामने नतमस्तक होकर गुहार लगाते हुए अपनी आप बीती सुनाई और कहा कि साहब अभी हम जिंदा हैं।
बुजुर्ग पति पत्नी ने कहा कि हमें मृत बताकर हमारी 6 एकड़ जमीन हड़प ली गई। साथ ही कोई भी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। इतना ही आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड भी नही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जनवार गांव के निवासी भूरा आदिवासी अपनी पत्नी केशकली आदिवासी के साथ प्रभारी मंत्री से मिलने कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए। जहां पहले तो वह प्रभारी मंत्री, कलेक्टर, एसपी व प्रशासनिक अधिकारियों के मंच के ठीक सामने जमीन पर बैठ गए।
उन पर नजर पड़ते ही कलेक्टर सुरेश कुमार ने तुरंत अधिकारियों को उनकी समस्या सुनने के लिए कहा, लेकिन वृद्ध दंपती की समस्या इतनी जटिल थी कि वहां मौजूद अधिकारी भी सुनकर हैरान रह गए। कार्यक्रम समापन के बाद जैसे ही प्रभारी मंत्री इंद्रर सिंह परमार जाने लगे वैसे ही वृद्ध दंपति उनके सामने हांथ जोड़कर मदद की गुहार लगाने लगे।
प्रभारी मंत्री ने कहा की पटवारी बीमार है। पटवारी को आ जाने दो, एक दो दिन में पटवारी आ जायेगा और आपकी जमीन मिल जाएगी। उन्हें अधिकारियों से मदद करने का आश्वासन देकर चले गए। बाद में जब वृद्ध दंपती से समस्या पूछी गई तो केशकली ने बताया कि हम अपने पति के साथ 30 वर्ष पहले कटनी चले गए थे। लेकिन जब भतीजी हमें ढूढकर लाई तो यहां न हमारा घर था और न ही जमीन के कागजात थे।
हम दोनों को मृत बताक़र यहां दबंगों ने बेटे के साथ मिलकर हमारी जमीन हड़प ली। उन्होंने बताया कि अब हमारे पास आधारकार्ड, वोटरकार्ड जैसे कोई दस्तावेज नही है। पंचायत के कागजातों में मृत चढ़ा दिया गया है। इससे अब वृद्धा पेंशन भी नही मिल रही है। हम प्रशासन से न्याय की गुहार लगाने यहां आए थे, लेकिन पहले हमे यहां के कर्मचारियों ने दूर बैठा दिया था। अब कोई मदद नहीं कर रहा है।