पन्ना, नईदुनिया प्रतिनिधि। पन्ना जिले में एक ऐसे थाना प्रभारी भी हैं जिन्होंने पुराना थाना परिषद की बिल्डिंग को क्षेत्र के बच्चों के लिए विद्यादान की पाठशाला (पुस्तकालय) में परिवर्तित कर एक अनोखी पहल शुरू की है। इस विद्यादान पाठशाला में उन्होंने आनलाइन, आफलाइन क्लासेस, लाइब्रेरी, मोटिवेशन के साथ- साथ बच्चों के विकास के लिए स्वच्छ वातावरण व शिक्षा ग्रहण करने संबंधी अनुकूल वातावरण को निर्मित किया है। इसके अलावा व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास हेतु धार्मिक ग्रंथों व अन्य पुस्तकों को पुस्तकालय में रखा गया है। जिसका लोकार्पण क्षेत्र के विधायक प्रदेश शासन के खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह द्वारा किया गया है और बृजपुर थाना प्रभारी बखत सिंह के इस प्रयास की सराहना की है।
आदिवासी समुदाय गरीब और पिछड़ा वर्ग के लोग रहते हैं : जिले का बृजपुर थाना क्षेत्र में बड़ी तादाद में आदिवासी समुदाय गरीब और पिछड़ा वर्ग समुदाय निवास करता है। जहां पर शिक्षा और स्वास्थ्य की मूलभूत सुविधाएं भी लोगों को उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। ऐसी परिस्थितियों में स्थानीय होनहार युवाओं को पढ़ने के लिए एक माहौल नहीं मिल पा रहा था। जिसको बृजपुर थाना प्रभारी बखत सिंह ने इसका दर्द समझा। जिसके बाद थाना प्रभारी ठाकुर द्वारा तत्काल अपने पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा व एसडीओपी अजयगढ़ बलराम परिहार को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। साथ ही बताया कि थाना परिसर में पुराना भवन खाली पड़ा हुआ है। जिसकी छत के नीचे निशुल्क विद्यादान लाइब्रेरी खोली जा सकती है। जिससे समाज में शिक्षा का प्रसार होगा युवाओं में कांपटीशन तैयारी करने की जागरूकता होगी और थाना क्षेत्र में अपराध घटित कम होंगे। क्योंकि जहां पर शिक्षा का अभाव होता है वहीं पर अपराधिक घटनाएं ज्यादा घटित होती हैं। पुलिस कप्तान ने थाना प्रभारी की पहल को बहुत ही सराहनीय समझा और उन्होंने बिना कोई विलंब किए थाना प्रभारी बखत सिंह ठाकुर का हौसला अफजाई करते हुए उन्हे इस नेक कार्य के लिए तत्काल स्वीकृति देते हुए सहयोग की भी बात कही। जिससे थाना प्रभारी बखत सिंह ठाकुर का हौसला बढ़ा और उन्होंने पीछे मुड़कर बिल्कुल नहीं देखा। लगभग छह माह की कठिन परिश्रम से उन्होंने बृजपुर थाना पुराने थाना परिसर का जीर्णोद्धार कराया और एक सुव्यवस्थित लाइब्रेरी विद्यादान अभिनव पहल शुरू की गई है।
हर तरफ हो रही सराहना : बृजपुर थाना प्रभारी बखत सिंह के इस कार्य की गांव से लेकर शहर तक में सराहना हो रही है और लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि ऐसे भी थाना प्रभारी आज के समय में मौजूद हैं, जो अपने खून पसीने के वेतन को भी गरीब और मध्यम परिवार के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके उसके लिए दान करके विद्यादान लाइब्रेरी चलाते हैं।
स्वयं के परिश्रम और मेहनत के बल से शिक्षा को प्राप्त किया : थाना प्रभारी ठाकुर मूल रूप से गरीब परिवार में जन्मे हैं। उन्होंने अपने स्वयं के परिश्रम और मेहनत के बल से शिक्षा को प्राप्त किया। इसके उपरांत गांव में प्रधान व शिक्षक के दायित्व को बखूबी निभाया है। इसके उपरांत शिक्षा विभाग में शिक्षक के पद पर सेवाएं दी। फिर उन्होंने पुलिस की तैयारी शुरू की और कुछ ही समय में उन्होंने पुलिस सब इंस्पेक्टर की सभी पात्रता पूर्ण कर मध्य प्रदेश पुलिस विभाग में नौकरी ज्वाइन कर ली। थाना प्रभारी भगत सिंह ठाकुर का कहना है कि शिक्षा ऐसा मूल आधार है जिससे अपना व्यक्तित्व विकास करके अपराधों और विवादों को रोक सकते हैं। क्योंकि मेरी परवरिश ग्रामीण क्षेत्र में हुई है जहां शिक्षा ग्रहण करने के दौरान काफी असुविधा हुई इस कारण से उसी को उद्देश्य बनाकर मैंने जरूरतमंद होनहार छात्रों के लिए विद्यादान पुस्तकालय की शुरुआत की है।