
मंडीदीप(नवदुनिया न्यू)। बंगरसिया व चिकलोद के बीच बनी बीयर फैक्ट्री का रसायनयुक्त पानी बेतवा नदी को प्रदूषित कर रहा है। इससे नदी के जलीय जीव जंतुओं का अस्तित्व संकट में है और मानव जीवन पर भी प्रभाव होना संभव है। नदी किनारे के ग्रामीण फैक्ट्री से छोड़े जाने वाले रसायन युक्त जल की बदबू से परेशान हैं। गांव वालों ने समय- समय पर शिकायतें भी की हैं, लेकिन रसूख के सामने ग्रामीणों की फरियाद पर आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। कम्पनी के आसपास के किसान भी परेशान हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार रोजड़ा चक्र, सेमरा, सिंहपुर, इमलिया कनोरा सहित दर्जनों गांव के लोग परेशान हैं। उनकी परेशानियों पर प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा। जिस कारण रहवासी जनप्रतिनिधियों और जिम्मेदार संस्थाओं के नुमाइंदों को जमकर कोस रहे हैं। प्रशासन ने समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया तो स्थिति और बिगड़ सकती है। पाइप से छोड़ा जा रहा पानीः कम्पनी प्रबंधन ने फैक्ट्री से चार सौ फीट तक पहले भूमिगत गंदा पानी लाया गया। फिर तीन इंची पाइप के माध्यम से नाले में उसे छोड़ जा रहा है। लगता है यह सब कवायद भ्रमित करने के लिए की गई ताकि लोग समझ सकें कि नलकूप का पानी है। कम्पनी के जिम्मेदारों ने चार सौ फीट भूमिगत पाइप लाइन के बाद उससे भी अधिक लंबी पाइप लाइन जमीन के ऊपर बिछा कर प्रदूषित जल किसानों की जमीन पर बनाए गए अस्थाई नाले पर छोड़ा है। वहां से बहते हुए सीधे बेतवा नदी में पहुंच रहा है। इस सम्बंध में कम्पनी प्रबंधन ने पूछने पर इतना बताया कि हम कोई पानी ही नहीं छोड़ रहे।
कंपनी में ऐसा कुछ नहीं है, आप हमारे अधिकारियों से बात करें।
-प्रदीप शर्मा, प्रबंधक बीयर कम्पनी।
कार्रवाई तो हम करेंगे ही,साथ ही अगर आप इस बारे में एसडीएम से हमें पत्र जारी करा दें तो हमें आधार मिल जाएगा। फिर ठोस कार्रवाई की जाएगी।
-श्रीनिवास द्विवेदी, क्षेत्रीय अधिकारी पीसीबी।
आपने जानकारी दी है, इसकी जांच कराकर नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।
अरविंद कुमार दुबे, कलेक्टर रायसेन।