फोटो केप्शनः
9 बीआरओ 1ः कार्यक्रम में विचार प्रस्तुत करती छात्रा
ब्यावरा। स्थानीय शासकीय महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महिला बाल विकास की महिला सशक्तिकरण अधिकारी पूर्णिमा सेन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थी। शुक्रवार को आयोजित हुए कार्यक्रम में अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. वीके जैन ने की। मुख्य अतिथि सुश्री पूर्णिमा सेन ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि उन्नयन में शिक्षा महत्वपूर्ण है, यदि वे स्वयं शिक्षित नहीं है तो इस स्थान पर नहीं होती। आपने लैंगिक अनुपात एवं महिलाओं की उन्नति हेतु शासन की योजनाओं को भी विस्तार से समझाया। डॉ. जैन ने महिलाओं की स्थिति उन्नयन का समाज पर प्रभाव बताते हुए बताया कि समाज के हर क्षेत्र में आज नारियां नेतृत्व कर रहीं हैं। डॉ. रजनी सोनी, ने कहा नारी अगर कमतर है तो स्वयं अपने कारणों से, आवश्यकता अपनी स्वयं की शाक्ति को पहचानने की है। वक्ता के रूप में प्रो खरे ने छात्राओं को बताया कि भारत में सांस्कृतिक रूप से नारी को सदैव श्रेष्ठ स्थान दिया गया है, एवं देवी के रूप में पूजा गया है। राष्ट्र का विकास 47 प्रतिशत महिलाओं के उन्नयन के बिना नही हो सकेगा। कार्यक्रम संचालन प्रो अरविंद भाऱद्वाज ने किया। कार्यक्रम में बडी संख्या में छात्राओं ने हिस्सा लिया एवं अपनी समस्याऐं बताईं इस अवसर पर प्राध्यापिका इंदिरा सांकवा, प्रो सीमा सिंह, प्रो आर अरोरा, रजनी सोनी, मनोजबाला श्रीवास्तव, डॉ. आर एस पाल, एवं दिलीप, दिव्या, रश्मि, आदि अतिथि विद्वान भी उपस्थित थे।