नईदुनिया प्रतिनिधि, राजगढ़। जिला अस्पताल के एसएनसीयू यानि की नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में उस समय हड़कंप मच गया, जब अल सुबह अंधेरे में बदमाश आक्सीजन सप्लाई करने वाले पाइप को काट ले गए।जिसके कारण एसएनसीयू में ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हो गई। ऑक्सीजन सपोर्ट पर मौजूद 11 बच्चों की सांसें आफत में आ गई थी। अलार्म बजने के बाद टीम पहुंची व वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में सिलिंडरों से तत्काल ऑक्सीजन सप्लाई चालू की।
पाइप चोरी होने के कारण जैसे ही ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हुई तो बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ने लगा।मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि एक साथ सभी बच्चों के रोने के कारण लगा कि कुछ हुआ है। उधर सप्लाई बंद होने के कारण अस्पताल प्रबंधन को अलर्ट करने वाला अलार्म भी बज उठा। अलार्म बजने के कारण खतरे को भांपते हुए एसएनसीयू के डाॅक्टर सहित टीम आनन-फानन में वार्ड में जा पहुंची व हालाताें को नियंत्रण में लिया गया।
वाल्व चालू करने के साथ ही ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू हो गई व बच्चे सामान्य स्थिति में आ गए। खास बात यह है कि यहां पर टीम द्वारा खतरों से बचने के लिए विकल्प के रूप में सिलिंडर रख रखे हैं, जिनके वाल्व चालू करने पर आक्सीजन को प्रोपर पलंगों पर मौजूद बच्चों तक पहुंचा दिया जाता है। बुधवार को अल सुबह भी वही किया।
ऐसा नहीं है कि जिला अस्पताल में पहली बार चोरी हुई है, बल्कि इसके पहले भी कई बार चोरियां हो चुकी है। हाल ही में 20 दिन पहले 28 नवंबर को भी बदमाश इसी ऑक्सीजन प्लांट से कापर वायर चुरा ले गए थे। उस समय प्लांट से नवीन भवन के लिए पाइप डाला गया था जो पाइप डालकर तैयार किया था उसे बदमाश रात को चुरा ले गए थे। हालांकि उस पाइप में फिलहाल ऑक्सीजन सप्लाई चालू नहीं की थी, लेकिन इस बार जो पाइप चुराया उसमें सप्लाई चालू थी, जिसके कारण बच्चों को दिक्कत आई
वार्ड में 23 बच्चे भर्ती थे, जिसमें से 11 ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। बदमाशों ने जैसे ही पाइप काटा तो सप्लाई बंद हो गई थी। अलार्म बजने पर हम लोग पहुंचे व अल्टरनेट जो सिलिंडरों से व्यवस्था कर रखी थी उनके वाल्व चालू किए। बच्चे ठीक हैं किसी को कोई दिक्कत नहीं। यदि अलटरनेट व्यवस्था नहीं होती तो दिक्कत खड़ी हो सकती थी।
आरएस माथुर, प्रभारी एसएनसीयू राजगढ़