
सारंगपुर(नवदुनिया न्यूज)। लगभग 5 वर्ष पहले सिंहस्थ 2016 के पूर्व गुना-मक्सी रेल खंड पर लोगों की सुविधा के लिए रेलवे क्रासिंग पर बनाए गए घुमावदार मोड जनता के लिए जब से ही मुसीबत बन गए हैं। जैसे ही तेज बारिश होती है, ब्रिज पानी से लबालब हो जाते हैं। बारिश के दौरान अगर कोई वाहन निकलता है तो ब्रिज में फंस जाता है। अंडरब्रिज अंग्रेजी अक्षर जेड आकार के होने के कारण सामने से आने वाले वाहन का पता भी नहीं चलता। लाइटों की सुविधा न होने से रात में अंधेरा छाने से लोगों को यहां से निकलने में डर लगता है।
बता दें कि सारंगपुर की सीमा से निकले रेलवे ट्रेक पर कुल 3 या 4 रेलवे क्रासिंग थी। चूंकि ट्रेक से 24 घंटे में लगभग यात्री व मालगाड़ियां आती जाती है। इसलिए क्रासिंग भी पल पल में बंद होती थी। लोगों की सुविधा के लिए रेलवे ने इन क्रासिंगों पर अंडरब्रिज का निर्माण करा दिया। अंडरब्रिज तैयार होते ही क्रासिंग को पूरी तरह से बंद कर दिया गया। लोगों के आने जाने के लिए यह ब्रिज ही एक मात्र मार्ग है। बारिश के सीजन में इन अंडरब्रिजों में पानी भर जाता है। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
रात में लगता है हादसे का डर
पाड़ल्या के फरमान मंसूरी, गोपाल सोनी, लीमाचौहान के अशोक आचार्य, भ्याना के हकीम खां मंसूरी, सारंगपुर के निजाम कुरैशी, पं पवन पारीक ने बताया कि पाड़ल्या रोड एवं तारागंज रोड़ पर बने अंडरब्रिज में पानी भरा हैं। रात को अंधकार छा जाता हैं। ब्रिज टेड़ामेड़ा होने से काफी परेशानी होती है। आपराधिक घटना होने की संभावनाएं रहती हैं। पाड़ल्या, संडावता से व्यापारियों और ग्रामीणो का आना जाना रहता है। सभी भय में आते जाते है।
अंडरब्रिज बनाए, पानी निकासी और लाइट की व्यवस्था नहीं की
तारागंत अंडर ब्रिज में भरा पानी जेड के आकर बनाए ब्रिज अंधे मोड़ से बढ़ी दि-त आती है। अंडर ब्रिज को अंग्रेजी के जेड आकार का बनाया गया। इससे इनमें अंधे मोड़ बन गए। जिससे सामने से आने वाले वाहनों की जानकारी नहीं लग पाती। यहीं नहीं अगर ब्रिज में कोई आवारा जानवर प्रवेश कर जाता है तो वाहन चालकों को बहुत परेशानी होती है। रात के समय यह परेशानी बढ़ जाती है। कारण ब्रिज में लाइटों की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में रात के समय दो पहिया वाहनों से निकलने में लोगों को भय लगता है।
हर साल भरता है पानी
रास्ते में बना अंडरब्रिज ओवरफ्लो तक हो जाता है। बीते साल यह हालात बने थे कि लोगों ने रेलवे ट्रैक से आना जाना किया था। वाहनों को निकालने के लिए ट्रेक पर पत्थर तक रख दिए थे। वर्तमान में भी यहां पानी भरा हैं। वाहनों को निकलने में काफी परेशानी हो रही है। महत्वपूर्ण रोड के क्रासिंग पर बने अंडर ब्रिज में वर्तमान में ढाई फीट कर पानी भरा है। वाहनों को निकालने में लोगों को काफी परेशानी होती है।
मक्सी से विजयपुर तक 53 अंडर ब्रिज, अधिकतर में आती है समस्या
गौरतलब है कि मक्सी से विजयपुर रेलवे ट्रेक पर करीब 180 किमी के दायरे में कुल 53 क्रांसिंग पर अंडर ब्रिज है जिनमें से ज्यादातर लोगों के लिए मुसीबत ही बने है। क्योंकि इनमें जल निवासी की प्राप्त व्यवस्था नहीं होने से बारिश का पानी भरा रहता है और फिर बाद में कीचड़ लोगों को आवागमन में दिक्कत देता है।
नगर के नागरिकों को अंडर ब्रिज के कारण हो रही समस्या को लेकर हम रेलवे को पत्र लिखकर इसके जल निवासी की व्यवस्था करने की मांग रखेंगे।
विनोद कुमार गिरजे, सीएमओ, नपा, सारंगपुर।