राजगढ़ (नवदुनिया प्रतिनिधि) । बिरसा मुंडा जी की जयंती के मौके पर जनजातीय समुदाय द्वारा राजमहल परिसर से एक चल समारोह का आयोजन किया गया। चल समारोह बिरसा मुंडा सेवा समिति राजगढ़ द्वारा आयोजित किया गया। जो शहर के प्रमुख मार्गों से गाजे-बाजे के साथ निकाला गया। चल समारोह ब्यावरा नाके पर स्थित बिरसा मुंडा जी की प्रतिमा स्थल पर पहुंचा, जहां विधि-विधान से पूजन-अर्चना की व माल्यार्पण किया गया।
उल्लेखनीय है कि जिले में बिरसा मुंंडा जी की प्रतिमा पर हर साल माल्यार्पण सहित उन्हें नमन करे के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसी के तहत इस वर्ष शहर में उनको याद करते हुए समिति द्वारा चल समारोह का आयोजन किया गया। जुलूस राज महल से चलकर प्रतिमा स्थल पहुंचा, जहां आदिवासी समुदाय सहित भाजपा पदाधिकारियों ने उनको माल्यार्पण कर उनको नमन किया गया। इस मौके पर भाजपाइयों व जनजातीय वर्ग के लोगों ने नाच-गान भी किया। इस मौके पर पूर्वविधायक रघुनंदन शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा, मनोज हाड़ा, शैलेष गुप्ता, साकेत शर्मा, टोनू जोशी, श्याम गुर्जर, प्रकाश विजयवर्गीय, मो शफीक गामा, दीपक नागर सहित समाजजन उपिस्थत थे।
आजादी की लड़ाई में प्राणों की आहुति दी, समाज शिक्षित हो
कार्यक्रंम के दौरान पूर्वविधायक रघनंदनशर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय था जब हमें यह इतिहास पढ़ाया जाता था कि आजादी एक ही परिवार की बदौलत मिली है,जबकि यह सही नहीं है। देश को आजाद कराने में जननायक बिरसा मुंडाजी, टांटया भील जी सहित कई आदिवासी समुदाय के जननायकों का योगदान रहा है। इन्होंने अपने प्राणों की परवाह किए बिना स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। अब आदिवासी समुदाय के लोगों को शिक्षा की और ध्यान देना चाहिए व केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लेना चाहिए। शिक्षित होकर विकास के मार्ग को हम प्रशस्त कर सकते हैं।
कांग्रेसजनों ने किया माल्यार्पण
बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भी उन्हें याद करते हुए उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। कहा कि उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में महती भूमिका का निर्वहन किया गया था। उन्होंने देश की खातिर अपने प्राणों की आहूति दे दी। उनके त्याग को भुलाया नहीं जा सकता। इस मौके पर ब्लाक अध्यक्ष आशीष सतालकर, अशोक वर्मा सहित कार्यकर्ता उपिस्थत थे।