
ब्यावरा। आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग ब्यावरा गुना के बीच ब्यावरा से लगभग 7 किलोमीटर दूर जोडक्या जोड़ के पास एक तेज रफ्तार कार ने अरन्या पुल स्थित खाटू श्याम मंदिर के दर्शन के लिए पदयात्रा कर रही 18 महिला श्रद्धालुओं के एक जत्थे को टक्कर मार दी। हादसा इतना भयानक था कि टक्कर से दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद भोपाल रेफर किया गया है। हादसे के बाद सड़क पर कुछ देर के लिए यातायात पूरी तरह बाधित रहा।
सोमवार सुबह 9 बजे के लगभग चाचौड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम खेरबे चक निवासी महिलाओं का जत्था एकादशी के अवसर पर ब्यावरा स्थित खाटू श्याम मंदिर पर पैदल चलकर आ रहा था, इसी बीच ब्यावरा से लगभग 7 किलोमीटर दूर खानपुरा गांव के पास निर्माणाधीन फ्लाईओवर के पास गुना की ओर से आ रही एक सियाज कार क्रमांक एमपी 19 सीबी 7825 ने इन पदयात्री महिला श्रद्धालुओं को जोरदार टक्कर मार दी।
इस हादसे में दो महिलाएं कार के पहियों से कुचला गयी। इस हादसे में खेरबे निवासी सीमा पति जशवंत गुर्जर उम्र 30 की मौके पर ही मौत हो गई और चिंता बाई पति जगदीश गुर्जर उम्र 45 साल ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि तीन अन्य महिला सीमा बाई , रामकुवर बाई और शीतल बाई गंभीर रूप से घायल हो गई।
जिन्हे निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां उन्हें भोपाल रेफर किया गया। हादसे के बाद पुलिस द्वारा दोनो महिलाओं के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दुर्घटना उस समय हुई जब एक तेज रफ्तार कार अचानक अपना संतुलन खो बैठी और सामने जा रही महिलाओं को जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि टक्कर की आवाज दूर तक सुनाई दी, जिससे आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने मानवता का परिचय देते हुए घायलों को एंबुलेंस व पुलिस की मदद से अस्पताल पहुंचाया।
सोमवार को हुए हादसे में महिलाओं को टक्कर मार कार रेलिंग से टकरा गई जिससे कार का आगे वाला हिस्सा बुरी तरह छतिग्रस्त हो गया। वहीं हादसे बाद कार में सावर लोग फरार हो गए। जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। इस दौरान अधिकारियों ने यातायात और सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया और धार्मिक आयोजनों के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए आवष्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
शहर के समीप अरन्या पुल पर नव निर्मित मंदिर पर प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था, जैसे जैसे लोगों को पता लगने पर दिन प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। वहीं एकादशी के दिन एक लाख से अधिक की संख्या में श्रद्धालु दूर दराज गांवों से आस्था के साथ पैदल यात्रा करते हुए व वाहनों से मंदिर दर्शन करने पहुंचते है। ऐसे में प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की आवश्यकता है। एक दिन पहले रविवार को भी दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं के वाहन को कंटेनर ने टक्कर मार दी थी जिसमें 9 श्रद्धालु घायल हो गए थे।