
नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। थाना बिलपांक के धराड़ में गुरूवार दोपहर सीमांकन के लिए गई राजस्व और पुलिस टीम का विरोध करते हुए कीटनाशक पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। किसान को बचाने की कोशिश में उसका छोटा बेटा भी कीटनाशक की चपेट में आ गया। दोनों को स्वजन व ग्रामीणों की मदद से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां किसान की हालत गंभीर होने पर उसे आईसीयू में रखा गया है। किसान ने उसकी पूस्तैनी जमीन पर कब्जे का आरोप लगाया है।
धराड़ निवासी घायल किसान 51 वर्षीय दुर्गा प्रसाद पुत्र हेमराज माहर ने बताया कि वह वर्षों से अपने माता-पिता के नाम की पुस्तैनी जमीन पर खेती करता आ रहा है। गुरुवार दोपहर आरआई ज्योति सोनी और पटवारी ध्रुवलाल निनामा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और गड्ढे खुदवाकर तार फेंसिंग करने लगे।
दुर्गा प्रसाद ने मौके पर पहुंचकर विरोध किया और कहा कि उसकी पुस्तैनी जमीन है, जिस पर वह खेती करता है, लेकिन उसकी बात नहीं सुनी गई। अधिकारियों की मौजूदगी में खड़ी फसल वाली जमीन पर कब्जे की कार्रवाई शुरू कर दी गई। इससे आहत होकर उसने मौके पर इल्ली मारने की दवाई निकाली और पी ली।
पिता को कीटनाशक पीते देख छोटे बेटे रवि ने बचाने की कोशिश की। इसी दौरान कीटनाशक उसके मुंह पर भी चला गया, जिससे उसकी तबीयत भी बिगड़ गई। घटना के बाद आसपास मौजूद ग्रामीणों और बड़े बेटे विशाल ने दोनों को जिला अस्पताल पहुंचा।

ग्रामीण तहसीलदार आशीष उपाध्याय ने बताया कि धराड में सर्वे क्रमांक 724/4/1 की 0.313 भूमि बीना श्रीवास्तव के नाम दर्ज है। बीना श्रीवास्तव की ओर से सीमांकन के लिए आवेदन दिया गया था। किसान की तरफ से कोई आवेदन नहीं दिया गया है। गुरुवार को केवल सीमांकन की कार्रवाई के लिए आरआई और पटवारी मौके पर गए थे। यदि किसान के पास जमीन से संबंधित दस्तावेज हैं तो वह प्रस्तुत कर सकता है। सीमांकन के दौरान थाना प्रभारी को पत्र लिखकर पुलिस बल की मांग की गई थी।